मुख्यपृष्ठस्तंभआउट ऑफ पवेलियन : वाह रे, पाकिस्तान! हद है!!

आउट ऑफ पवेलियन : वाह रे, पाकिस्तान! हद है!!

अमिताभ श्रीवास्तव

दुनिया में यह एक अजूबा ही है। हास्यास्पद है। पाकिस्तान की जितनी बात करो कम है। वहां एक से बढ़कर एक नमूने हैं। अब देखिए न, हाल ही में एक और खबर ने सभी को चौंका दिया जब ये पता चला कि पाकिस्तान एयर लाइन की एक फ्लाइट लाहौर तो उतरी, लेकिन उसका एक पहिया ही गायब था। पीआईए ने जांच शुरू की है क्योंकि कराची से लाहौर जानेवाली फ्लाइट पीके३०६ ठीक से अपनी मंजिल पर तो पहुंच गई, लेकिन उसमें से एक पहिया गायब पाया गया।
यह घटना तब सामने आई जब लाहौर के अल्लामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने के बाद फ्लाइट का निरीक्षण किया गया। इस दौरान पता चला कि विमान के पिछले हिस्से का एक टायर नहीं था। सूत्रों के मुताबिक, फ्लाइट के लाहौर पहुंचने के १४ घंटे से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी खोए हुए टायर का कोई पता नहीं चल पाया है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जब विमान ने कराची से उड़ान भरी थी, तब टायर अपनी जगह पर था। लाहौर में विमान ने सामान्य रूप से लैंडिंग की। जब लाहौर के एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इस मामले की जानकारी मिली, तो कराची एयरपोर्ट पर टायर के शाफ्ट का एक हिस्सा बरामद हुआ। सिविल एविएशन अथॉरिटी के एक बयान के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह आशंका जताई गई है कि यह घटना कराची के रनवे पर किसी बाहरी चीज के टकराने की वजह से हुई होगी।
शिशुओं की हत्यारिन
वो नवजात शिशुओं को मार डालती थी। एक ऐसी हत्यारिन जिसने कई शिशुओं को मौत के घाट उतार दिया। अब उसे ताउम्र सलाखों के पीछे रखने की कार्यवाही चल रही है। साथ ही जिस अस्पताल में लूसी लेटबी नामक हत्यारिन ने शिशुओं की हत्या की थी, वहां के कर्मचारियों को भी मुकदमा का सामना करना पड़ सकता है। लूसी लेटबी ने काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में एक वर्ष तक अपने भयानक अपराधों को अंजाम दिया। नवजात शिशु वॉर्ड में काम करते समय वह नवजात शिशुओं को इंजेक्शन लगाने के लिए इंसुलिन और हवा का इस्तेमाल करती थी। पुलिस ने कल घोषणा की कि उन्होंने अपनी जांच का दायरा बढ़ाकर काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल के कर्मचारियों की घोर लापरवाही से हुई हत्या को भी इसमें शामिल कर लिया है। ३५ वर्षीय लेटबी को जून २०१५ और जून २०१६ के बीच सात शिशुओं की हत्या और सात अन्य की हत्या का प्रयास करने का दोषी ठहराए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। शिशुओं की मौत की जांच कर रहे ऑपरेशन हमिंगबर्ड के वरिष्ठ जांच अधिकारी एवं डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट पॉल ह्यूजेस ने कहा कि चेशायर कांस्टेबुलरी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। एक बयान में उन्होंने कहा, ‘अक्टूबर २०२३ में लूसी लेटबी के लंबे मुकदमे और उसके बाद दोष सिद्धि के बाद चेशायर कांस्टेबुलरी ने काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में कॉर्पोरेट हत्या की जांच शुरू की।

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