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आउट ऑफ पवेलियन : ढलान पर नेमार का स्वर्ग

अमिताभ श्रीवास्तव

ब्राजील का फुटबॉल खिलाड़ी नेमार वैसे तो अब ज्यादा मैदान पर नहीं दिखता, मगर संपत्ति के मामले में वो सारे फुटबॉल खिलाड़ियों से होड़ लगाता रहता है। अब देखिए न, दुबई में नेमार ने पूरा एक स्वर्ग खड़ा कर दिया। इस जन्नत की कीमत है ४३ मिलियन पाउंड। यह एक पेंटाहाउस है। करियर की ढलान पर नेमार के इस स्वर्ग की चर्चा हर कोई कर रहा है, जिसके दरवाजे तक जाने के लिए एक निजी कार लिफ्ट है। नेमार फिलहाल अल-हिलाल क्लब से जुड़ा है मगर अपनी चोट के कारण वो मैदान से दूर है। उसे २.५ मिलियन पाउंड प्रति सप्ताह के अनुबंध पर १५ महीनों में केवल सात बार खेलना है, लेकिन वो नहीं खेल पा रहा है। सऊदी प्रो लीग के इस फ्लॉप खिलाड़ी ३२ वर्षीय नेमार को इसके बावजूद इतना आलीशान और महंगा घर खरीदने से नहीं रोका गया जो कि उनके विलासिता के मानकों से भी अधिक है। बिल्डिंग डेवलपर बिंघट्टी ने कहा कि १२८ मैच खेलने वाले पूर्व बार्सिलोना स्ट्राइकर ने बुगाटी रेजीडेंस ब्लॉक में स्काई मैंशन में से एक को खरीदा है। जहां से पूरा दुबई शहर दिखाई देता है। मजा ये कि अपने घर तक जाने के लिए यहां अपने वाहन से बाहर निकलने की भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि सब कुछ लिफ्ट कर देती है। फर्श से छत तक की खिड़कियां ऐसी वेंटीलेशन हैं, जो हवादार भी हैं और पूरा आकाश दिखाई देता है। यहीं एक फिटनेस सेंटर भी है। नेमार को जमीन खरीदने का जैसे शौक है क्योंकि हाल ही में उसने मियामी में २०.५ मिलियन पाउंड में जमीन खरीदी थी। उसने ब्राजील के तट पर ७ मिलियन पाउंड का अपना निजी द्वीप भी बनवाया है।
देश बड़ा है डॉलर नहीं
पाकिस्तान लगातार आईसीसी पर तरह-तरह से दबाव डाल रहा है और बता रहा है कि कितना नुकसान होगा यदि टीम इंडिया पाकिस्तान खेलने नहीं आती है तो। पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी हों या पीसीबी लगातार आईसीसी को गुमराह करने में लगे हैं, ताकि वो भारत पर दबाव बना सके या उसे क्रिकेट से अलग-थलग कर सके। हालांकि, पाकिस्तानी मंसूबे साकार नहीं होने वाले क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पूरी दुनिया में अपना न केवल दमखम रखता है, बल्कि आर्थिक रूप से भी बहुत मजबूत है। यह सब जानते हैं कि पाकिस्तान अपनी जर्जर हो चुकी क्रिकेट को आर्थिक रूप से खड़ा करने के लिए भारत के कंधों का इस्तेमाल करना चाहता है। यही वजह है कि बार-बार आर्थिक नुकसान का हवाला देकर वो दुनिया को जतलाना चाह रहा कि चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया पाकिस्तान में नहीं खेलती तो क्या होगा। इसके लिए उसने अपने शोएब अख्तर जैसे गुप्त एजेंट छोड़ रखे हैं। शोएब अख्तर जैसे बड़बोले पूर्व गेंदबाज ने पीसीबी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद दोनों को गंभीर चेतावनी दी है। उसने उन्हें याद दिलाया कि भारत के बिना उन्हें १०० मिलियन डॉलर (लगभग ८४४ करोड़ रुपए) का नुकसान होगा। उसने कहा है कि अगर पाकिस्तान भारत को अपने देश या किसी तटस्थ स्थल पर नहीं ला पाता है, तो दो चीजें होंगी। सबसे पहले, हम आईसीसी और मेजबान देश को मिलने वाले प्रायोजन से लगभग १०० मिलियन डॉलर खो देंगे। दूसरा, यह बहुत बेहतर होगा कि भारत पाकिस्तान आए, लाहौर में खेले और हारे या जीते, चाहे जो भी परिदृश्य हो। हालांकि, यह लगभग तय समझा जाने लगा है कि भारत पाकिस्तान खेलने नहीं जाएगा और पाकिस्तान को भी अब कोई विकल्प तैयार कर लेना चाहिए। या फिर अपनी सरकार से भारत के खिलाफ फरेब, साजिश और आतंक का जो रुख अख्तियार कर रखा है वो बंद किया जाए। तभी कुछ संभव हो सकता है अन्यथा डॉलर के नुकसान पर क्रिकेट अपने देश को झुकने नहीं देगा।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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