-मंत्री के बेताल बयान का हुआ असर
सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर शहर में विश्व हिंदू परिषद के आंदोलन के बाद सोमवार की शाम दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। पथराव और आगजनी की गई। फिलहाल नागपुर में तनावपूर्ण माहौल है। पुलिस द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास जारी है। इस बीच बाहर से आए लोगों द्वारा दंगा भड़काने का आरोप नागपुर के विधायक प्रवीण दटके ने लगाया है। वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया है कि मंत्रिमंडल के एक मंत्री के बेताल बयान के कारण यह घटना हुई है।
औरंगजेब मामला सामने क्यों लाया गया?
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि नागपुर में जिस तरह से माहौल खराब हुआ है, दंगा भड़काने का प्रयास हुआ है, इन सभी घटनाओं के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। इस तरह का मेरा स्पष्ट मत है। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने से इस राज्य में माहौल खराब करके हिंदू-मुस्लिम झगड़े कराए जा रहे हैं।
सत्ताधारियों ने किया नागपुर को बदनाम
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि नागपुर एक बेहद शांत शहर होने के बावजूद सत्ताधारियों के समर्थक संगठनों ने इसे बदनाम किया है। यह सब वैâबिनेट में शामिल उन मंत्री के विवादास्पद बयानों के कारण हुआ है, जो बेताल बयानबाजी करते हैं।
मंत्री के भड़काऊ बयानों का ही परिणाम
विधायक रोहित पवार ने कहा कि आखिरकार सामान्य लोगों के सिर फोड़कर, जान लेकर, वाहन जलाकर और घरों को आग के हवाले करके सरकार ने क्या हासिल किया? नागपुर में हुई झड़प पिछले कुछ दिनों से सरकार के मंत्री के भड़काऊ बयानों का ही परिणाम है।
तनाव गृह विभाग की विफलता
नागपुर शहर में बीती रात हुई पथराव की घटना अनावश्यक और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की अपील कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने की है। उन्होंने कहा कि नागपुर शहर में सभी धर्म के लोग बेहद सौहार्द और संयम के साथ रहते हैं। नागपुर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का शहर है। इस शहर में इतना तनाव पैदा होना, पथराव और आगजनी होना गृह विभाग की विफलता है।