सामना संवाददाता / नई दिल्ली
पाकिस्तान को आतंकी हमले एक के बाद एक झटके दे रहे हैं। ट्रेन हाईजैकिंग के सदमे से अभी पाकिस्तान पूरी तरह बाहर भी नहीं निकल पाया था कि बलूचिस्तान में एक और आतंकी हमला हो गया है। बलूचिस्तान के नोशकी में घात लगाकर किए गए हमले में १२ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और २६ घायल हो गए। नोशकी इलाका अफगानिस्तान की सीमा के करीब है। बलूचिस्तान के नोशकी में एन-४० हाईवे पर प्रâंटियर कॉर्प्स की बस पर हमला किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, पहले हमला एक विस्फोट के साथ हुआ। सैनिक संभल पाते उससे पहले उनके ऊपर गोलीबारी भी होनी लगी। हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है।
बीएलए का दावा है कि उसके हमले में ९० सैनिकों की मौत हुई है। बीएलए ने कहा कि उसकी आत्मघाती शाखा मजीद ब्रिगेड ने पाकिस्तानी आर्मी के काफिले को निशाना बनाया। उसने आगे कहा कि काफिला ८ बसों वाली थी, जिसमें से एक पूरी तरह धमाके से तबाह हो गई। बीएलए ने अपने बयान में आगे कहा कि बम धमाके के बाद हमारे लड़ाकों ने बाकी बसों को घेर लिया और बसों में मौजूद सभी सैनिकों को मार दिया। मारे गए दुश्मनों की संख्या ९० है।
पहले भी सेना को बनाया निशाना
इससे पहले शनिवार को बलूचिस्तान के तुर्बत में एक धमका देखा गया था। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे मार्ग पर पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया गया था। इसमें कितना नुकसान हुआ, इसकी जानकारी सामने नहीं आई थी। इससे एक दिन पहले हरनई में बम निरोधक दस्ते के सदस्यों को निशाना बनाकर एक बम विस्फोट किया गया था।
आतंकी हमलों से हिला पाकिस्तान
पाकिस्तान में शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा के दक्षिण वजीरिस्तान की एक मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान बम विस्फोट हुआ था। विस्फोट दोपहर १:४५ बजे हुआ था। हमला मौलाना अब्दुल अजीज मस्जिद में हुआ। वहीं, शनिवार को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर के बाहरी इलाके में भी विस्फोट हुआ। इस हमले में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम के संस्थापक मुफ्ती मुनीर शाकिर की मौत हो गई।