फिरोज खान / मुंबई
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तीखी नोक-झोंक जारी है। केंद्र सरकार ने सभी पाकिस्तानियों का वीजा फौरन रद्द करने की बात कही है। महाराष्ट्र सरकार ने भी पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने का आदेश दिया है और पुलिस स्टेशनों के अधिकारियों से कहा गया है कि अवैध रूप से महाराष्ट्र और मुंबई में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस तरह का आदेश अपनी जगह है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार की नाकामी के चलते एक पाकिस्तानी नागरिक को पिछले १८ महीनों से पाकिस्तान डिपोर्ट नहीं किया जा रहा है। भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर मुंबई पहुंचने वाला नादिर कदम की डिपोर्टिंग प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं होने के कारण वह एमआरए पुलिस स्टेशन में पुलिस अधिकारियों को चाय देने का काम कर रहा है।
बता दें कि नादिर करीम नाम का पाकिस्तानी नागरिक २०२३ में अवैध रूप से मुंबई पहुंचा था। कोई वैध कागजात नहीं होने के कारण नादिर को गिरफ्तार कर लिया गया था। पाकिस्तानी एजेंट होने के शक के कारण उससे सीबीआई और आईबी अधिकारियों ने पूछताछ की। ८ अक्टूबर २०२४ को नादिर को ६ महीनों की सजा सुनाई गई। सजा काटकर बाहर आने के बाद उसे पाकिस्तान डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तक शुरू नहीं की गई। नादिर का परिवार पाकिस्तान के कराची में रहता है।
वह बार-बार गुहार लगा रहा है कि उसे पाकिस्तान भेज दिया जाए, लेकिन सरकार ने कोई कानूनी प्रक्रिया तक शुरू नहीं की। एमआरए पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि नादिर दिन-रात यहीं रहता है और पूरे स्टाफ को चाय पिलाने की सेवा दे रहा है। पुलिस के मुताबिक, नादिर को १८ महीनों से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन डिपोर्टिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण उसे पुलिस स्टेशन के कंपाउंड में ही रखा जाता है।
८ पाकी कैदियों का क्या होगा?
दूसरी ओर ८ पाकिस्तानी कैदी भी अपने देश जाने के लिए बेकरार हैं। हाल ही में मुंबई की अदालत ने ८ ने पाकिस्तानियों को ड्रग्स तस्करी के आरोप में २० साल की सजा सुनाई थी। पाकिस्तानी नागरिकों के पास से ६.९६ करोड़ की हेरोइन जप्त हुई थी, साथ ही तीन सैटलाइट फोन, जीपीएस नेविगेशन चार्ट और कई इलेक्ट्रॉनिक उपक्रम जप्त किए गए थे। जब से इन कैदियों ने सुना है कि भारत ने सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने को कहा गया, तभी से इन कैदियों ने भी पाकिस्तान जाने की इच्छा जाहिर की है। जेल अधीक्षक से यह कैदी विनती कर रहे हैं कि उन्हें भी पाकिस्तान भेज दिया जाए।