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पंचनामा: ट्रेनों की लेटलतीफी से मुंबईकर बेहाल

अभिषेक पाठक

मुंबई में भीषण गर्मी से परेशान मुंबईकरों को इन दिनों रेलवे की खस्ता हालत भी मुश्किल में डाल रही है। ट्रेनों की लेटलतीफी और अचानक रद्द होने से मुंबईकरों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। खासकर सेंट्रल रेलवे तो यात्रियों को आए दिन बेहाल कर रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार हाल ही में सेंट्रल रेलवे ने मेगा ब्लॉक के दौरान ९५० ट्रेनों की पेâरियों को रद्द किया था, जिसकी वजह से तकरीबन ३ दिनों तक आवाजाही का शेड्यूल बिगड़ा हुआ था। बता दें कि मेगा ब्लॉक के दौरान सीएसएमटी में नया इंटरलॉविंâग सिस्टम लगाया गया है। उस सिस्टम में ग्लीच (तकनीकी गड़बड़ी) आने की वजह से पिछले तीन दिनों से कई लोकल सेवाएं अपने निर्धारित समय से काफी देरी से चलीं, जिसकी वजह से लोगों को घंटों ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। हाल ही के दिनों में रेलवे ने शुक्रवार, शनिवार और रविवार के दौरान ३६ और ६३ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया था। इसके बावजूद रेलवे अपने परिचालन में सुधार नहीं कर पाई है तो फिर इतने लंबे समय का मेगा ब्लॉक करने का क्या फायदा हुआ? ऐसा सवाल उठ रहा है।

रेल प्रशासन के इस कुप्रशासन को लेकर मुंबईकरों में भारी नाराजगी बढ़ रही है। लोगों ने खुलकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशासन को जवाबदार बताया है। लोगों का स्पष्ट कहना है कि रेलवे की प्लानिंग खराब है। यही वजह है कि लंबे मेगा ब्लॉक के बावजूद वह ट्रेनों के परिचालन में सुधार नहीं कर पाई है।

ट्रेनों के संचालन में दिक्कत

कुछ दिनों पहले छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर एक नया इंटरलॉकिंग सिस्टम लगाया गया है जिसकी वजह से अभी कुछ दिनों से ट्रेनों के संचालन में दिक्कत हो रही है। नए इंटरलॉकिंग सिस्टम को स्टेबल होने में समय लगेगा।
-डॉ. स्वप्निल नीला, मुख्य जनसंपर्वâ अधिकारी, मध्य रेलवे

यात्रियों के हाथ सिर्पâ निराशा

मध्य रेलवे द्वारा बिना उचित सूचना के ६३ और ३६ घंटे का ब्लॉक लिया गया, जिसके बावजूद भी मुंबईकरों ने पूरा सहयोग किया। लेकिन यात्रियों के हाथ सिर्पâ निराशा ही लग रही है। ऐसे में मध्य रेलवे को यह समझना चाहिए कि यात्रियों के सहनशीलता की परीक्षा न ले।
-सुभाष गुप्ता, अध्यक्ष, रेल यात्री परिषद

लोगों को भारी परेशानी

मुंबई में एक तरफ जहां बढ़ते हुए तापमान और हीट वेव ने लोगों का जीना हराम कर रखा है वहीं दूसरी तरफ मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन का देरी से चलना मुंबईकरों के लिए मुसीबत बना हुआ है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
-रोहित जायसवाल, वडाला

ट्रेनों की अव्यवस्था

खस्ताहाल रेलवे की सेवाएं मोदी सरकार की नाकामयाबी बयां कर रही हैं। मुंबईकरों में जादा इस बात को लेकर खासी नाराजगी है कि मुंबईकर आए दिन लोकल ट्रेन से ही सफर करते हैं और लोकल ट्रेनों की अव्यवस्था के चलते उन्हें मेट्रो और मोनो रेल में सफर करना पड़ रहा है, जो काफी महंगा पड़ रहा है।
-राजू सरोज, मुंबईकर

यात्रा करना जी का जंजाल

मुंबईकर आये दिन रेलवे की सेवा खराब हो रही है। मुंबई में अब रेल से यात्रा करना जी का जंजाल हो गया है। रेल प्रशासन क्या कर रहा है? हमें खुद भी समझ में नहीं आ रहा है। अब रेलवे सेवा को क्या हो गया है? जो इतनी खराब हो रही है जबकि कभी यह मुंबई की लाइफ लाइन हुआ करती थी। अब इसकी हालत बद से बदतर हो गई है।
-ऋषभ शुक्ला,  कांदिवली

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