-शिंदे गुट और भाजपा में श्रेय को लेकर शुरू है तनातनी
पंकज तिवारी
लोकसभा चुनाव के आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई हैं। मेरी पार्टी तुम्हारी पार्टी से बेहतर है ऐसा बताने के लिए आरोप-प्रत्यारोप किए जा रहे हैं। ठाणे में ‘जल’ को लेकर शिंदे गुट और भाजपा राजनीति करती नजर आ रही हैं। दरअसल ठाणे स्थित घोड़बंदर परिसर राजनीतिक रूप से काफी अहम हिस्सा माना जाता है। पिछले कुछ सालों से इस इलाके में चल रही पानी की समस्या पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। इसमें भी इस क्षेत्र को अधिक पानी मिले, इसके लिए राजनीतिक पक्षपात की लड़ाई शुरू हो गयी है। जिसे लेकर पिछले कुछ दिनों से शिंदे गुट और भाजपा में खींचतान चल रही है। इस जल की राजनीति में ठाणेकर किसे श्रेय देंगे यह तो आगामी चुनाव में ही साफ होगा।
बता दें कि ठाणे मनपा क्षेत्र में प्रतिदिन चार स्रोतों से ५८५ मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। इसमें ठाणे महानगरपालिका योजना से २५० मिलियन लीटर, एसटीईएम प्राधिकरण से ११५ मिलियन लीटर, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम से १३५ मिलियन लीटर और मुंबई मनपा से ८५ मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। कुछ दिन पहले मनपा आयुक्त के समक्ष हुई जन सुनवाई में घोड़बंदर इलाके के नागरिकों ने यहां पानी का मुद्दा उठाया था। इस दौरान पानी की आपूर्ति बढ़ाने की भी मांग की गई थी, लेकिन घोड़बंदर में पानी की समस्या अभी से ही नहीं बल्कि पिछले ८ से १० सालों से बनी हुई है। इसका अभी तक समाधान नहीं हो सका है।
जलसंकट पर समाधान नहीं!
टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है, लेकिन इसका काम अब तक शुरू नहीं हो सका है, जबकि मनपा ने भविष्य में होने वाली पानी की कमी को दूर करने के लिए स्टेम, बारवी डैम के साथ ही सूर्या डैम से पानी लेने की योजना बनाई है, लेकिन बैठक नहीं होने के कारण जल संकट का समाधान नहीं हो सका।
तीन नेताओं के बीच छिड़ी है बहस
घोड़बंदर जल मुद्दे पर अब भाजपा के दो और शिंदे गुट के एक नेता के बीच श्रेय को लेकर लड़ाई शुरू है।
घोड़बंदर का कुछ क्षेत्र शिंदे गुट के प्रताप सरनाईक के ओवल मजीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में आता है, जबकि हीरानंदानी तक का क्षेत्र ठाणे शहर के भाजपा विधायक संजय केलकर के निर्वाचन क्षेत्र में आता है।
ठाणे लोकसभा का सपना टूट सकता है इसलिए अब पूर्व सांसद संजीव नाइक भी इसमें कूद पड़े हैं।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का ठाणे से और ठाणे का शिवसेना से अटूट रिश्ता है। शिवसेना हमेशा ठाणेकरों की सेवा में खड़ी रहती है। घोड़बंदरवासियों के जल संकट का समाधान शिवसेना ही करेगी। भाजपा और शिंदे गुट श्रेय लेने की लाख कोशिश कर ले लेकिन जनता के मन में केवल शिवसेना ही है।
सांसद, राजन विचारे,
ठाणे मनपा प्रशासन और राज्य सरकार को घोड़बंदरवासियों की समस्या का समाधान करना चाहिए, लेकिन सत्ता में बैठे शिंदे गुट और भाजपा केवल श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए हैं, जो कि बेहद गलत हैं। जनता की समस्या का समाधान करना ही सरकार और प्रशासन का कर्तव्य होता है।
चेतन नेटके, ठाणे, घोडबंदर निवासी
प्रशासन केवल जनता से कर लेने का कार्य कर रहा है लेकिन प्रशासन जनता की जरूरतों को पूरा कर पाने में असमर्थ साबित हो रही है। यह एक प्रकार से प्रशासन की लापरवाही है। इस वजह से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। प्रशासन को अपनी लापरावहियों को सुधारना जरूरी है।
निहाल कोखले, ठाणे
यदि इसी प्रकार प्रशासन लापरवाही करता रहेगा तो आम जनता को परेशानी का सामना करना ही पड़ेगा। प्रशासन को अपनी गलतियां सुधारकर आम जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। यदि प्रशासन नहीं सुधरा तो आम जनता सड़क पर उतरकर प्राशासन को सबक सिखाएगी।
सिद्धेस दराने, ठाणे