सामना संवाददाता / मुंबई
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और प्रेरणा, गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के निर्देशन तथा बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) के सीईएम प्रमोद बोरो के नेतृत्व में 2020 में बोडो शांति समझौते के बाद बोडोलैंड में स्थायी शांति, सद्भाव और अखंडता की स्थापना हो रही है। इस ऐतिहासिक समझौते ने बोडोलैंड के सभी समूहों और समुदायों को शांति, समाधान और समग्र विकास की दिशा में प्रेरित किया है।
बोडो शांति समझौते के तहत सुशासन को प्रोत्साहित करने के लिए एक व्यापक कम्युनिटी विज़न दस्तावेज़ तैयार किया गया है। यह दस्तावेज़ एक समावेशी भागीदारी प्रक्रिया के माध्यम से बनाया गया, जिसमें बोडोलैंड में रहने वाले सभी समुदायों की आकांक्षाओं, चुनौतियों और लक्ष्यों को ध्यान में रखकर उन्हें मैप किया गया है। इसका उद्देश्य एक ऐसा सामुदायिक दस्तावेज़ तैयार करना है जो सभी की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा कर सके।
इस महत्वपूर्ण दस्तावेज के निर्माण में प्रारंभ से ही सक्रिय भूमिका निभाने वाले निचलौल निवासी एवं प्रख्यात अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल को 30 दिसंबर 2024 को प्रागज्योति आईटीए सेंटर, गुवाहाटी में आयोजित कम्युनिटी विजन डॉक्यूमेंट लॉन्च कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस आयोजन में असम के महामहिम राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, राज्य के प्रमुख नेता, बीटीआर से संबंधित समुदाय-आधारित संगठनों के प्रतिनिधि, प्रमुख मीडिया हाउस और समाचार एजेंसियां भाग लेंगी।
बीटीआर प्रमुख प्रमोद बोरो ने कहा, “पंकज जायसवाल की गरिमामयी उपस्थिति न केवल समुदायों को सशक्त बनाएगी, बल्कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और सामंजस्य को भी बढ़ावा देगी। यह बोडोलैंड क्षेत्र के सभी समुदायों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करेगी।”
श्री बोरो ने यह भी कहा कि यह विज़न डॉक्यूमेंट समान अवसर, सद्भाव और समग्र विकास को सुनिश्चित करेगा और बोडोलैंड के भविष्य के लिए एक ठोस मार्गदर्शक ढांचा प्रदान करेगा। यह दस्तावेज़ पूरे क्षेत्र में शांति और प्रगति के लिए एक रोडमैप के रूप में कार्य करेगा।
गौरतलब है कि प्रमोद बोरो बोडोलैंड टेरिटरी रीजन के चीफ, NDA की सहयोगी पार्टी UPPL के अध्यक्ष एवं पूर्वोत्तर में शांति एवं विकास स्थापना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा सरमा के विश्वस्त सहयोगी हैं और पंकज जायसवाल शुरू से ही छोटे राज्यों के निर्माण के संबंध में श्री बोरो के साथ मिलकर पूर्वोत्तर के राज्यों के विकास के लिए काफी काम किया है।