अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
वाहनचालकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है कि अब पेपर ड्राइविंग लाइसेंस का जमाना खत्म हो रहा है। सरकार ने १५ सितंबर तक सभी पुराने पेपर लाइसेंस को स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस में बदलने का अंतिम मौका दिया है। इसके बाद पेपर ड्राइविंग लाइसेंस मान्य नहीं होंगे और वाहनचालकों को डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस का होना अनिवार्य होगा।
वाहनचालकों को वाहन चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। पहले ड्राइविंग लाइसेंस कागज का बनाया जाता था। एक छोटे से पन्ने पर जानकारी हाथों द्वारा लिखकर फोटो चिपकाकर आरटीओ की मुहर लगा दी जाती थी, लेकिन बीते कई सालों से लाइसेंस का स्वरूप डिजिटल हो गया है। कई पुराने टैक्सी और ऑटो ड्राइवर हैं, जो अभी तक पेपरवाले लाइसेंस का इस्तेमाल करते हैं। मुंबई के वाहनचालकों के लिए १५ सितंबर २०२४ एक महत्वपूर्ण तारीख साबित हो सकती है। ताडदेव आरटीओ द्वारा की गई घोषणा कई लोगों को चिंता में डाल सकती है। २००६ से पहले जारी किए गए कागजी ड्राइविंग लाइसेंस रखनेवाले चालकों को अब इसे कंप्यूटरीकृत स्मार्ट कार्ड में बदलना अनिवार्य कर दिया गया है। यह रूपांतरण १५ सितंबर के बाद संभव नहीं होगा, ऐसा स्पष्ट किया गया है।
स्मार्ट कार्ड के लाभ
स्मार्ट कार्ड में रूपांतरण करने से वाहनचालकों के लिए कई सुविधाएं प्राप्त होंगी। लाइसेंस की वैधता जांचना और ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग में स्मार्ट कार्ड का आसानी से उपयोग किया जा सकेगा।