सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा प्रशासन ने २४ जून को मुंबई के चेंबूर में स्थित सावित्री बाई फुले नगर रेजिडेंट्स एसोसिएशन की लगभग ५०० झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया, वहीं विरोध कर रहे दर्जनों लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। जानकारी के अनुसार, यहां करीब ५०० परिवार पिछले २५-३० वर्षों से रह रहे हैं, फिर भी मनपा व वन विभाग द्वारा इन परिवारवालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। हैरानी की बात यह है कि मनपा ने यह कार्रवाई बारिश के मौसम में की। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और सावित्री बाई फुले रेजिडेंट्स एसोसिएशन के प्रमुख ने कहा कि स्थानीय पुलिस, वन विभाग और मनपा ने बेरहमी दिखाते हुए ़क्रूरता का सबूत पेश किया है। लगभग ३० वर्षों से यहां रहने और सभी आवश्यक प्रमाणपत्र होने के बाद भी विध्वंस की कार्रवाई करना पूरी तरह से अनुचित है। बरसात के मौसम में सैकड़ों परिवारों को सड़क पर ला दिया गया है, जिससे लोगों में दु:ख और गुस्सा है।