-मस्जिद बंदर में एफडीए ने मारा छापा
-रैकेट का हुआ भंडाफोड़
सामना संवाददाता / मुंबई
भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए रंग-बिरंगे मसालों का उपयोग करना कहीं महंगा न पड़ जाए। खाने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें कि लाल रंग की तड़क-भड़क वाले मसाले की जगह कहीं आप जहर तो नहीं खा रहे हैं? एफडीए ने एक ऐसे ही रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो प्रदेश में बड़े पैमाने पर उपयोग होने वाले मसाले के रंग को बढ़ाने के लिए खतरनाक केमिकल का उपयोग करता था।
प्रदेश के धुले जिले के एमआईडीसी मोहाडी इलाके में एफडीए और क्राइम ब्रांच ने लाल मसालों में खतरनाक रंग और केमिकल्स मिलाने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस द्वारा गहन जांच की जा रही है। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ है कि इमरान अहमद और मोहम्मद असीम मस्जिद बंदर से यह खतरनाक रंग और केमिकल्स लाते थे और मुख्तार अंसारी की एमआईडीसी क्षेत्र में स्थित किराए की दुकान में इनका उपयोग किया जाता था।
पुलिस ने इस कार्रवाई में हानिकारक सामग्री को जब्त किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रैकेट के तहत १२० किलो लाल मसाले में ८ किलो मिलावटी तेल और ४० किलो बेहद खतरनाक और जहरीले रंगों और अन्य केमिकल्स को मिलाया जाता था और यह माल ११० रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाता था।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस और खाद्य और औषधि प्रशासन की टीम मिलकर जांच कर रहे हैं। जब्त किए गए माल को अब प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस तरह की मिलावट वाले मसाले न केवल खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।