सामना संवाददाता / मुंबई
विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने महायुति सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार से अब लोगों को मदद की उम्मीद नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खजाने की हालत खस्ता है। सरकार ने किसानों का पुराना कर्ज नहीं चुकाया है। २०२३ और २०२४ के खरीफ सीजन के लिए बीमा राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने नांदेड़ के सरकारी विश्राम गृह में एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार पैसा नहीं दे रही है, क्योंकि उसके खजाने में पैसा नहीं है। पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए दानवे ने कहा कि एसटी कर्मचारियों को उनका उचित वेतन मिलना चाहिए। उन्हें ५६ प्रतिशत की बजाय १०० प्रतिशत वेतन मिलना चाहिए। यह भी गलत है कि दादा गुट और शिंदे गुट वेतन मिलने का श्रेय ले रहे हैं। अतीत में भाजपा के कुछ समूहों ने एसटी कर्मचारियों के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन अब जब वे सरकार में हैं और एसटी कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है, तो इस मुद्दे पर बात किए बिना ये समूह कहां लापता हो गए हैं? ऐसे शब्दों में दानवे ने सरकार की आलोचना की।