सामना संवाददाता / मुंबई
लाडली बहन योजना के कारण सरकारी खजाना खाली हो चुका है और राजस्व घाटा बढ़ गया है। इस घाटे की भरपाई के लिए सरकार शराब दुकानों के लाइसेंस संख्या बढ़ाने और शराब की बिक्री को बढ़ावा देने की योजना बना रही है। महायुति सरकार की इस मंशा पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और सांसद संजय राऊत ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार लाडली बहन योजना के तहत १,५०० रुपए देने के लिए लाडले भाई और उनके पतियों को शराबी बनाने की योजना बना रही है।
संजय राऊत ने लाडली बहन योजना को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ड्राय डे कम करने और मॉल व शॉप से शराब बेचने के प्रस्ताव लाए जा रहे हैं। कुछ राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी घर-घर शराब पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।
संजय राउत ने कहा कि यह योजना महाराष्ट्र की छवि को कलंकित करती है। उन्होंने इसे राज्य की दुर्दशा बताते हुए कहा कि अगर राजस्व बढ़ाने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं तो यह बेहद शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि १,५०० रुपए देने के लिए अगर सरकार पूरे महाराष्ट्र को शराबी बना रही है तो यह गंभीर चिंता का विषय है। राऊत ने महंगाई को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि लहसुन जो पहले ४० रुपए किलो था, अब ४०० रुपए हो गया है। यह सरकार क्या कर रही है।