सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव के दो चरणों के लिए मतदान हो चुका है। इसी के साथ ही शेष पांच चरणों के लिए प्रचार तेज हो गया है। सर्वेक्षण की संभावनाओं ने भाजपा को हिलाकर रख दिया है इसलिए महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कई सभाएं हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार महाराष्ट्र में आकर भाजपा और महायुति के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करना पड़ रहा है। इन सभाओं को लेकर मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे-पाटील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भाजपा पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्रचार के लिए नरेंद्र मोदी को आना पड़ रहा है, यही मराठा समाज की जीत है।
मनोज जरांगे-पाटील ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव से बहुत दूर हैं। हालांकि, अगर हमारे समाज को आरक्षण नहीं मिला तो हम विधानसभा की तैयारी करेंगे। मराठा समाज को अब निर्णय लेना है। समाज अब मजबूर हो गया है। हमने इस चुनाव में किसी का समर्थन नहीं किया है। जो भाई-भतीजावाद विषय इसके पक्ष में हैं, उनके बारे में सोचिए। जरांगे ने मराठा समुदाय से अपील की है कि जो लोग भाई-भतीजावाद इस मुद्दे के पक्ष में नहीं हैं, उन्हें इस तरह से पटखनी दीजिए कि उनकी दो या तीन पीढ़ियां दोबारा न उठें। नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र में ध्यान देने की जरूरत नहीं थी। हालांकि, अब मोदी और भाजपा को मराठा समुदाय की एकजुटता से डर लग रहा है। यही मराठा समाज की जीत है इसलिए उन्हें हर चरण में मोदी को लाना पड़ रहा है। मनोज जरांगे-पाटील ने कहा कि कुल मिलाकर उनमें मराठों से भारी भय लग रहा है। जरांगे-पाटील ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा और महायुति के लिए बार-बार प्रचार करने के लिए महाराष्ट्र आना पड़ा यह मराठा समुदाय की जीत है।
मराठों को बदनाम करने का चल रहा काम
कई जगहों पर मराठों को बदनाम करने का काम चल रहा है। क्या मराठा ही एकमात्र शत्रु हैं? वे मराठों के पीछे क्यों पड़े हैं? कुछ जगहों पर ओबीसी वोट पाने के लिए स्टंट किया जा रहा है। ये एक स्टंट हो सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ जगहों पर स्टंट करके सहानुभूति हासिल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हम हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं।