मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
संभल में जामा मस्जिद के पास भीड़ को उकसाने वाले व्यक्ति को चिन्हित कर लिया गया। अब उसकी पहचान के लिए पोस्टर जारी कर दिए गए हैं। पुलिस इस आरोपी की जोर-शोर से तलाश कर रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद बड़ी साजिश का खुलासा होगा।
हिंदू संगठनों का कहना है कि संभल में जामा मस्जिद के नजदीक भीड़ को उकसाने और आगे बढ़ने का इशारा करने वाले शख्स की पहचान ढाई महीने बाद भी पुलिस नहीं कर सकी है। इस शख्स ने भीड़ में धार्मिक नारे भी लगाए और बवाल भी कराया। बताते हैं कि लखनऊ से बढ़ते दबाव के बाद पुलिस ने इस उपद्रवी की पहचान बताने वाले व्यक्ति को इनाम दिए जाने की घोषणा की है।
इस संदर्भ में एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि टोपी लगाए दाढ़ी वाले की पहचान पता करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर भी लगाए गए हैं। 24 नवंबर की सुबह जब जामा मस्जिद का सर्वे चल रहा था और भीड़ एकत्र होनी शुरू हुई थी। इसी समय चश्मा लगाए, टोपी पहने और दाढ़ी रखे इस आरोपी ने धार्मिक नारे लगाए और पीछे से कुछ लोगों को आगे बुलाने के लिए इशारा किया। इसके बाद पुलिस पर हमला कराने के लिए उकसाया था। आरोपी का वीडियो बवाल के बाद ही सामने आ गया था, लेकिन टीम अभी तक यह पता नहीं लगा सकी कि यह आरोपी कहां का था और कौन था। इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर चस्पा कराए हैं। साथ ही जो भी व्यक्ति आरोपी की पहचान बताएगा, उसको पुलिस द्वारा उचित इनाम दिया जाएगा। सूचना देने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। एसपी का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद यह पता लगाया जाएगा कि यह किसी के इशारे पर भीड़ में शामिल हुआ था या खुद पूरी साजिश के साथ अन्य लोगों को लेकर भीड़ में शामिल हुआ था। इस आरोपी की गिरफ्तारी के बाद बवाल से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस को मिलेंगे।
जामा मस्जिद के नजदीक मोहल्ला कोटगर्वी में एक मकान के दरवाजे पर कैंसर की जांच रिपोर्ट चस्पा की गई है। इसमें नोट कर लिखा है कि कैंसर का इलाज कराने के लिए दिल्ली गए हैं, जिससे उनकी भूमिका बवाल में न मानी जाए। क्योंकि जिन मकानों पर ताले लगे हैं, वहां पुलिस पूछताछ के लिए पहुंच रही है। पुलिस का कहना है कि जो बवाल में शामिल नहीं हैं, वह अपने मकानों में आकर रहें और जो बवाल में शामिल थे, उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। एहतियातन लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। मोहल्ला कोटगर्वी, नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा में 500 से ज्यादा मकान ऐसे हैं, जहां ताले लगे हैं।