फिरोज खान / मुंबई
नए साल के मौके पर होनेवाली पार्टियों में वैसे तो चरस, अफीम, गांजा, कोकीन आदि का जमकर इस्तेमाल होता है। इन ड्रग्स की तस्करी पर काबू पाने के लिए नार्कोटिक्स विभाग अलर्ट हो गया है। चप्पे-चप्पे पर निगरानी और छापे डाले जा रहे हैं। उक्त ड्रग्स के अलावा पुलिस की खासकर ऐसे ड्रग्स की निगरानी होगी, जिसका इस्तेमाल युवा न्यू ईयर पार्टी, रेव पार्टी और क्रूज पार्टियों में ज्यादातर करते हैं। इस खतरनाक ड्रग्स के जरिए लड़कियों का होश छीन लिया जाता है और उनकी अस्मत लूट ली जाती है। ऐसा ही एक ड्रग्स है, जिसका न्यू ईयर पार्टी के दौरान होने का खतरा ज्यादा होता है। इस ड्रग्स को रेप ड्रग्स, होम बॉय, ब्लू नायट्रो और डेट रेप ड्रग्स के नाम से भी जाना जाता है।
नए साल में जमकर होता है नशीले पदार्थों का उपयोग
-कॉलेज छात्र, युवा और असमाजिक तत्व करते हैं रेप ड्रग्स का इस्तेमाल
इन दिनों मुंबई नए साल का जश्न मनाने के लिए तैयार हो रही है। होटल, बार, पब, क्रूज, शिप और फॉर्म हाउस सजने लगे हैं। इन जगहों पर नए साल के जश्न के मौके पर शराब के साथ-साथ नशीले पदार्थों का भी जमकर इस्तेमाल होता है। ऐसे मौके पर कॉलेज छात्र, युवा और असामाजिक तत्व के लोग रेप ड्रग्स का इस्तेमाल कर लड़कियों को निशाना बनाते हैं और अपनी हवस का शिकार बनाते हैं। रेप ड्रग्स का ओरिजिनल नाम जीएचबी यानी गामा हाइड्रोक्सीस्यूटाइरेट है। इसमें कोई गंध नहीं होती है और ना ही कोई रंग होता है। रेप करने के मकसद से युवक पार्टियों में चुपके से कोल्ड ड्रिंक्स या शराब में मिला देते हैं और अपनी साथी लड़कियों को पिला देते हैं। पीते ही इसका लड़कियों के सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर असर होता है। जैसे-जैसे इसका असर बढ़ने लगता है, वैसे-वैसे लड़की होश खोने लगती है। इतना ही नहीं इस ड्रग्स से लड़कियों में सेक्स की इच्छा भी बढ़ जाती है। लड़की बेकाबू हो जाती है और असहाय हो जाती है। होश में आने के बाद उसे कुछ याद नहीं रहता है कि उसके साथ क्या हुआ है।
इसी साल की शुरुआत में २१ साल की युवती के साथ भयानक वाकया हुआ। युवती का इंस्टाग्राम पर एक लड़के के साथ दोस्ती हुई और दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। १३ जनवरी के दिन दोनों पार्टी मनाने के मकसद से एक पब में गए। दोनों के बीच शराब का दौर चलता रहा। इस बीच लड़के ने मौका पाकर शराब में नशीला पदार्थ मिला दिया। उसे पीते ही लड़की की आंखों के सामने अंधेरा छा गया। आगे क््या हुआ उसे कुछ पता नहीं। होश में आने के बाद उसे पता चला लड़के ने उसके साथ रेप किया है। इस मामले की जांच वर्ली पुलिस कर रही है। इसी तरह का एक और मामला बांद्रा के निर्मल नगर इलाके में हुआ। अक्टूबर महीने में १८ साल की लड़की को सॉफ्ट ड्रिंक में ड्रग्स मिलाकर दिया गया और उसके साथ रेप किया गया। इस मामले की शिकायत निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। ठाणे में भी सितंबर महीने में एक जन्मदिन की पार्टी में नींबू पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया गया था और बाद में २२ साल की युवती के साथ बलात्कार किया गया। इन सभी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई है। न्यू ईयर के मौके पर कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए मुस्तैद नजर आ रही है।
क्या है रेप ड्रग?
रेप ड्रग्स के नाम से बेचे जाने वाले नशीले पदार्थ में अधिकतर साइकोएक्टिव ड्रग्स होता है। इसे लेते ही सीधे ब्रेन पर असर होता है, जिसके मूड, अवेयरनेस, फीलिंग और बिहेवियर से लेकर सोचने-समझने का तरीका तेजी से बदल जाता है। सबसे अहम बात यह है कि इसमें कोई गंध नहीं होती है और ना ही रंग होता है। इसे शराब या कोल्ड ड्रिंक्स में मिलाने के बाद पता ही नहीं चलता है। यह ड्रग्स गैर कानूनी होने के बावजूद बड़ी संख्या में लड़के-लड़कियां शौक और मजे के लिए इसका सेवन करते हैं। कुछ युवा इसका गैर इस्तेमाल कर अपनी प्रेमिका या महिला दोस्त के साथ रेप करते हैं।
स्पाइकिंग क्या होता है?
स्पाइकिंग तब होता है, जब कोई व्यक्ति किसी लड़की या महिला मित्र को कोल्ड ड्रिंक्स या शराब में मिलाकर उसकी जानकारी या असहमति के बिना रेप ड्रग्स दे दे। इस ड्रग्स का ज्यादातर इस्तेमाल बलात्कार या यौन उत्पीड़न को आसान बनाने के लिए इस्तेमाल होता है। यह ड्रग्स किसी लड़की को देने के बाद वह अपने नियंत्रण से बाहर हो जाती है या भ्रमित महसूस करती है। इसके अलावा कभी-कभी लड़की पूरी तरह बेहोश हो जाती है।