उमेश गुप्ता / वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में पुजारी की वेशभूषा में पुलिसकर्मियों की तैनाती की तैयारी है। ये पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करेंगे। श्रद्धालुओं से अच्छा व्यवहार उनकी तैनाती की कसौटी होगा। तैनाती के पहले उन्हें धार्मिक पुलिसिंग का तीन दिनों का प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के मुताबिक, जल्द ही यह व्यवस्था लागू कराने का प्रयास किया जा रहा है। सीपी मंगलवार को विश्वनाथ धाम परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के बाद धाम के सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि गर्भगृह में पुलिसकर्मी पुजारी की वेशभूषा में तैनात किए जाएंगे। इनमें पुरुषकर्मी धोती और अंगवस्त्रत्, जबकि महिला पुलिसकर्मी सलवार-कमीज में रहेंगी। इनकी सहायता के लिए दो पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मी सादे वेश में ही गर्भगृह के ठीक बाहर रहेंगे।
‘नो टच पॉलिसी’ का करेंगे पालन
सीपी ने कहा कि अक्सर वीवीआईपी के आगमन पर पुलिसकर्मी सामान्य श्रद्धालुओं को धक्का मारकर हटाते हैं। अब वे ‘नो टच पॉलिसी’ का पालन करेंगे। गर्भगृह में यथासम्भव महिला पुलिसकर्मी अधिक समय लेने वाले श्रद्धालुओं को हटाएंगी। बाकी जगह भीड़ नियंत्रण के लिए रस्सों का प्रयोग होगा।
मोबाइल पर बिजी न रहें
सीपी ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान मोबाइल या सोशल मीडिया पर व्यस्त न रहें। अपना आचरण उच्च कोटि का रखें, वर्दी दुरुस्त हो एवं आईकार्ड अवश्य लगाएं। मंदिर में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल में अधिकारियों और थानों का नंबर रखना अनिवार्य है।