– चेंजिंग रूम और वॉशरूम के लिए परेशान दिखीं महिला पुलिसकर्मी
अशोक तिवारी / मुंबई
महाराष्ट्र की घाती सरकार के राज में पुलिसकर्मी हलाकान हो रहे हैं। गणेश विसर्जन और ईद के लिए तैनात पुलिसकर्मियों ने ४८ घंटे तक लगातार अपनी ड्यूटी निभाई। लगातार ४८ घंटे ड्यूटी करने के दौरान कई पुलिसकर्मी थककर बीमार पड़ गए। विसर्जन और ईद के जुलूस के दौरान पुलिसकर्मियों को खड़े-खड़े और चलते-फिरते ही ड्यूटी निभानी पड़ती है। सरकार द्वारा पुलिसकर्मियों के लिए कहीं भी अस्थाई रेस्ट रूम नहीं बनाए गए थे, जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों को काफी तकलीफ उठानी पड़ी। कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से बीमार हो गए। साकीनाका के सिग्नल पर ट्रेड कॉर्नर बिल्डिंग के कंपाउंड में कुछ पुलिसकर्मी थककर गाड़ियों की सीट पर बैठे हुए नजर आए। नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिसकर्मी ने बताया कि सरकार को अस्थाई टेंट लगाकर एक रेस्ट रूम बनाना चाहिए था, ताकि पुलिसकर्मी भी थोड़ा रेस्ट ले सकें। एक महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि जेंट्स पुलिसकर्मियों को तो ज्यादा तकलीफ नहीं होती, लेकिन महिला पुलिस को चेंजिंग रूम के लिए बहुत ज्यादा समस्या हो जाती है। बता दें कि साकीनाका से लेकर घाटकोपर रेलवे स्टेशन तक घाटकोपर-अंधेरी लिंक रोड पर कोई भी सार्वजनिक शौचालय न होने की वजह से पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों को काफी तकलीफ उठानी पड़ी।
आखिरकार पुलिसकर्मी भी इंसान हैं
सरकार जब उन्हें इतनी हार्ड ड्यूटी देती है तो उनकी जरूरतों का भी ख्याल रखना चाहिए। महिला पुलिसकर्मियों की सुविधा के लिए सरकार को एक ठोस नीति बननी चाहिए, तभी महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य को सफलता मिलेगी।
-शगुफ्ता अंसारी, प्रेसिडेंट रिलायबल फाउंडेशन