मुख्यपृष्ठनए समाचारमुंबई में पीओपी की गणेश मूर्तियां बैन! ...मुंबई मनपा का कोकण विभागीय...

मुंबई में पीओपी की गणेश मूर्तियां बैन! …मुंबई मनपा का कोकण विभागीय आयुक्त को पत्र

बनाने वालों पर कार्रवाई करने का अनुरोध
सामना संवाददाता / मुंबई
गणेशोत्सव के दौरान इस वर्ष पीओपी पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा और मुंबई के बाहर से आने वाली गणेश मूर्तियों पर भी रोक लगाई जाएगी। महानगरपालिका ने मार्च में कोकण विभागीय आयुक्त को पत्र भेजकर ठाणे, रायगड और सिंधुदुर्ग जिलों से पीओपी की मूर्तियों को मुंबई आने से रोकने का अनुरोध किया था। इसने पीओपी मूर्तियों को मुंबई आने से रोकने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने २०२० में प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की मूर्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, विभिन्न कारणों से इस निर्णय के कार्यान्वयन में देरी हुई। हालांकि, हाई कोर्ट की फटकार के बाद मनपा प्रशासन ने इस साल माघी गणेशोत्सव से पीओपी पर शत-प्रतिशत प्रतिबंध लागू करने का निर्णय लिया है। माघी गणेश जयंती उत्सव के दौरान कहीं भी पीओपी गणेश मूर्तियों की बिक्री की अनुमति न दें। यदि ऐसा हुआ है तो उच्च न्यायालय ने ३० जनवरी को राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी), राज्य सरकार और मुंबई मनपा सहित अन्य मनपाओं को उन गणेश मूर्तियों के विसर्जन की अनुमति नहीं देने का आदेश दिया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मुंबई मनपा को १२ मई, २०२० को जारी दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। यह निर्णय भाद्रपद में गणेशोत्सव उत्सव के दौरान भी लागू किया जाएगा। मनपा प्रशासन ने इसके लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है। पीओपी मूर्तियां नहीं बनाई जानी चाहिए।
हालांकि गणेशोत्सव में अभी पांच से छह महीने बाकी हैं, लेकिन मनपा ने इस वर्ष गणेशोत्सव को पर्यावरण के अनुकूल बनाने की योजना बनाना शुरू कर दिया है। इस वर्ष केवल पर्यावरण अनुकूल मूर्तियां बनाने वाले मूर्तिकारों को ही मंडप में प्रवेश की अनुमति होगी। इसके अलावा, इस वर्ष भी मूर्तिकारों को नि:शुल्क शाडू मिट्टी उपलब्ध कराई जाएगी। हालांकि, अब मुंबई महानगरपालिका ने कोकण संभागीय आयुक्त को पत्र लिखकर मुंबई के बाहर से आने वाली पीओपी गणेश मूर्तियों पर रोक लगाने को कहा है। ठाणे, रायगड और सिंधुदुर्ग जिलों में बनी गणेश मूर्तियों की मुंबई में काफी मांग है। गणेशोत्सव से पहले बड़ी संख्या में ये मूर्तियां मुंबई लाई जाती हैं और यहां बेची जाती हैं। मुंबई महानगरपालिका ने वहां के मूर्तिकारों को पीओपी मूर्तियां बनाने और उन्हें मुंबई भेजने से रोकने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है।

अन्य समाचार