-ठेकेदारों को किया जाए ब्लैकलिस्ट…वॉचडॉग फाउंडेशन ने खोली झोल की पोल
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे मुंबईकर परेशान हो रहे हैं। लेकिन उनकी परेशानी ट्रैफिक जाम और सड़क के गड्ढों की वजह से और भी बढ़ रही है। सड़कों की खराब गुणवत्ता की वजह से उन पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। हैरानी की बात यह है कि मरम्मत की गई सड़कों पर भी गड्ढे पड़ रहे हैं। जिसके बाद वॉचडॉग फाउंडेशन ने मनपा आयुक्त भूषण गगरानी से ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है।
ठेकेदारों की लापरवाही
वॉचडॉग फाउंडेशन के निकोलस अल्मेडा ने कहा कि गड्ढों की मरम्मत का काम उसी ठेकेदार को दिया जाता है, जिसने सड़क का निर्माण कराया था। लेकिन निर्माण के बाद भी अगर सड़क पर गड्ढे पड़ते हैं तो यह ठेकेदार की लापरवाही है और उसे तत्काल ब्लैकलिस्ट करना चाहिए और आगे से उन्हें ठेका नहीं देना चाहिए।
समय से पहले सड़कों को खोल दिया जाता है
उन्होंने कहा कि गड्ढों की मरम्मत के लिए मानक अनुरूप प्रक्रियाओं का ठीक से पालन नहीं किया जाता है। गड्ढों को अक्सर अनुशंसित गहराई तक नहीं काटा जाता है और उनमें बजरी को भर दिया जाता है और सड़कों को समय से पहले यातायात के लिए फिर से खोल दिया जाता है, जिससे न केवल फिर से गड्ढे बन जाते हैं बल्कि यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सड़क काटकर भूल गया ठेकेदार
कुर्ला के एल वॉर्ड के अंतर्गत आने वाले काजूपाड़ा पाइपलाइन की सड़क को मात्र चार महीना पहले ही बनाया गया था, लेकिन पहली ही बरसात में सड़क टूट गई। काजूपाड़ा पाइपलाइन से लेकर घास कंपाउंड और गणेश मैदान जाने वाली सड़क को ३ महीने पहले पाइपलाइन डालने के नाम पर बीच में काटा गया था। काम होने के बाद सड़क को फिर से बनाने के लिए ठेकेदार भूल गया। जिससे सड़क के बीचों-बीच गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दौरान सड़क के बीचोें-बीच बने गड्ढे में पानी भर जाता है जिसकी वजह से प्रतिदिन स्कूली बच्चे और महिलाएं इन गड्ढों में गिरकर घायल हाती रहती हैं। यहां तक कि काजू पाड़ा गणेश मैदान में पिछले दिनों एक गर्भवती महिला को ले जाने के लिए एंबुलेंस और आटोरिक्शा नहीं आ पाया। स्थानीय समाज सेवकों ने कई बार इसकी शिकायत कुर्ला महानगरपालिका में की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।