अमेरिका (यूएस) से अवैध प्रवासी भारतीयों को ट्रंप सरकार निकाल रही है। अवैध तरीके से अमेरिका गए ३३२ भारतीयों को डिपोर्ट कर अलग-अलग तारीखों में वापस भेजा जा चुका है। इनमें सबसे ज्यादा १२८ लोग पंजाब के हैं, जो अमेरिका से निकाले जा चुके हैं। वहीं अब जो खबर आ रही है, उससे अमेरिका में रह रहे अन्य लाखों भारतीयों के साथ देश में रह रहे उनके परिवार वालों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। अब १०० या २०० या ५०० नहीं बल्कि १४ लाख पंजाबियों पर डिपोर्टेशन की तलवार लटक गई है। इससे पहले पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अर्थशास्त्रियों की अध्ययन रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि सख्त इमिग्रेशन नियमों के कारण लोग अमेरिका जाने के लिए डंकी रूट का सहारा ले रहे हैं। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग ट्रैवल एजेंटों की धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ समय से पंजाब के लोगों में विदेश जाकर बसने का चलन काफी बढ़ा है। राज्य के लगभग १३.३४ प्रतिशत ग्रामीण परिवारों में से कम से कम एक सदस्य विदेश जा रहा है।
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पनामा होटल की खिड़कियों से भारतीयों ने लगाई मदद की गुहार
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका से प्रवासियों को निकाले जाने का क्रम जारी है। इस बीच भारतीयों समेत ३०० प्रवासियों को पनामा के एक होटल में रखा गया है। सोशल मीडिया पर इन प्रवासियों के वीडियो वायरल हैं, जिसमें वे मदद की गुहार लगा रहे हैं। इस मामले पर पनामा में मौजूद भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। दूतावास ने पनामा पहुंचे प्रवासियों को मदद का पूरा भरोसा दिया है। उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के बीच में एक देश है पनामा। अमेरिका से भेजे गए प्रवासी वहां के एक होटल में ठहरे हैं।