मुख्यपृष्ठनए समाचारप्रोजेक्ट पड़ताल : १० साल बुरा हाल ... प्रशासन की खामी, जनता...

प्रोजेक्ट पड़ताल : १० साल बुरा हाल … प्रशासन की खामी, जनता झेल रही परेशानी! …अभी भी अधर में लटका है सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड प्रोजेक्ट

अनिल भारतीय
मुंबई में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है। मुंबई के बजट में हर साल करोड़ो रुपए इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए खर्च किए जाते हैं और नए-नए प्लान बनाए जाते हैं। पिछले तीन साल से मुंबई महानगरपालिका में जनता का कोई भी प्रतिनिधि नहीं है और मनपा की सारी सत्ता प्रशासक के हाथ में है फिर भी बहुत सारे प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं हो पा रहे हैं। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड का प्रोजेक्ट का पिछले दस साल से चल रहा है लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है, जिसका खामियाजा मुंबईकरों को भुगतना पड़ रहा है। सांताक्रुज चेंबूर लिंक रोड की कुल लंबाई ६ किलोमीटर सेअधिक है और यह चेंबूर में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे और सांताक्रूज में पश्चिम द्रुतगति मार्ग को जोड़ता है। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड देश का दूसरा और मुंबई शहर का पहला दुमंजिला फ्लाईओवर ब्रिज है। मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट के अंतर्गत बननेवाले इस ब्रिज को विश्व बैंक ने ४५४ करोड़ रूपये की फंडिंग दी थी लेकिन प्रोजेक्ट में हो रही देरी के कारण विश्व बैंक ने बीच में अपनी फंडिंग रोक दी थी जिसके कारण प्रोजेक्ट में और विलंब होता चला गया। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड के द्वितीय चरण के लिए मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण द्वारा फंडिंग दी गयी है। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड के काम में हो रही देरी के कारण विश्व बैंक ने इसे
`दुनिया का सबसे लेट प्रोजेक्ट’ से संबोधित किया है। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड अब तक १२ से अधिक बार अपने समय से काम पूरा होने की सीमा को पार कर चुका है। सांताक्रुज-चेंबूर लिंक रोड को तीन चरणों में बनाया जाना था जिसमे से दो चरण अब तक पूरे हो गए है जिसके कारण कालीना और बीकेसी जाने वाले लोगों को राहत मिल गई है। लेकिन अभी तक पूरा प्रोजेक्ट खत्म नहीं हुआ है। चेंबूर से हयात सांताक्रुज होटल के पास तक ब्रिज का काम पूरा हो गया है लेकिन पश्चिम द्रुतगति मार्ग के पानबाई स्कूल से हयात होटल तक ब्रिज का काम चालू है जिसके कारण वाहन चालकों को ट्रै्रफिक जाम की समस्य का सामना करना पड़ता है। अभी तक इस काम को पूरा होने में कितना समय लगेगा इसकी जानकारी देने में मुंबई महानगरपालिका असमर्थ है।

मुझे प्रतिदिन अपने ऑफिस के लिए बोरीवली से मुंबई यूनिवर्सिटी जाना पड़ता है। पिछले कई वर्षों से ब्रिज का काम चालू है। कालीना से हयात होटल तक आसानी से पहुंच जाते है लेकिन उसके बाद ट्रैफिक की समस्या से रूबरू होना पड़ता है। कभी कभी बहुत ज्यादा ट्रैफिक हो जाता है तो बहुत समय बर्बाद होता है।
विलाश पाष्टे , बोरीवली

 

अन्य समाचार