सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम की गड़बड़ी के चलते महायुति को मिली भारी जीत आम जनता को हजम नहीं हो रही है। लोग इसे लेकर असंतोष व्यक्त कर रहे हैं तो वहीं कई सामाजिक संगठन ईवीएम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और इस धांधली की जांच किए जाने की मांग कर रहे हैं।
पुणे में एक दिन पहले संभाजी ब्रिगेड की ओर से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक पर ईवीएम के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया गया। इस समय संगठन ने ईवीएम हटाकर बैलेट पेपर पर मतदान कराने की मांग की। इस जोरदार आंदोलन में शामिल विभिन्न सामाजिक पदाधिकारियों ने कहा कि अगर कोई जांच नहीं हुई तो लोग बड़े पैमाने विद्रोह करेंगे। भविष्य में जनआंदोलन विशाल रूप लेगा और ईवीएम को हमेशा ले लिए हटाना पड़ेगा। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मानव कांबले, पूर्व नगरसेवक मारुति भापकर, मराठा सेवा संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश जाधव, धर्मराज साल्वे, शांताराम खुडे, रोहिनाज शेख, प्रदीप पवार, संजीवनी पुराणिक, सीपीएम के सचिन देसाई, संतोष शिंदे, शरद थोरात आदि ने क्षोभ व्यक्त किया।
लोकतंत्र में जनता ही सर्वश्रेष्ठ
शहर अध्यक्ष सतीश काले ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वश्रेष्ठ है। जनता के जो मुद्दे अपेक्षित हैं उसे सरकारी नीतियों के अनुसार लागू करने की जरूरत है। आज जनता ही इस देश की सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधियों का भविष्य भी तय कर रही है, लेकिन जब सत्ता का दुरुपयोग करके लोगों के हाथ से कई चीजें छीन ली जाती हैं। तब लोगों में भारी असंतोष होता है। जैसे इस समय विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर लोगों को हो रहा है। ईवीएम में गड़बड़ी की ठीक से जांच होनी चाहिए।