सगीर अंसारी / मुंबई
पूर्व उपनगर के गोवंडी क्षेत्र में इन दिनों मनपा की लापरवाही के चलते पूरे क्षेत्र में गंदगी का साम्राज्य पैâला हुआ है। चाहे सड़क हो या नाले, इनकी सफाई करने वाला कोई नजर नहीं आता है। हालांकि, इस क्षेत्र में मनपा सफाईकर्मियों के अलावा कई दर्जन दत्तक बस्ती संस्थाएं भी हैं, लेकिन यह क्षेत्र खुद अपनी बेबसी पर रोता नजर आ रहा है।
गोवंडी के महादा कॉलोनी से लेकर मानखुर्द मंडला तक पिछले कई महीनों से मनपा के घन कचरा विभाग की लापरवाही के चलते न तो सड़कों पर झा़ड़ू लग रही है और न ही नियमित नालों व गटरों की सफाई हो रही है, जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, चुनावी मौसम में सभी जनप्रतिनिधि व उम्मीदवार क्षेत्र के सभी सड़कों व गलियों से गुजर रहे हैं। इसके बावजूद शायद उनको यह गंदगी नजर नहीं आ रही है। एक तरफ मनपा अधिकारी खुद को चुनाव ड्यूटी में व्यस्त बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं, वहीं क्षेत्र में चलने वाली दर्जनों दत्तक बस्ती संस्था के ठेकेदार भी उम्मीदवारों के प्रचार में खुद को व्यस्त दिखा रहे हैं।
इस क्षेत्र में मौजूद जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आने वाले समय में खुद के जनप्रतिनिधि बनने का सपना देखने वाले उम्मीदवार क्षेत्र में घूम-घूम कर बातें तो बड़ी-ब़ड़ी कर रहे हैं, लेकिन क्षेत्र की खस्ता हालत की ओर किसी का ध्यान नहीं है। सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़कें, इसका पता नहीं चल रहा है। जगह-जगह कचरों का अंबार लगा है, लेकिन इससे परे सिर्फ उम्मीदवार अपने प्रचार में जुटे हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद हालत जैसे के तैसे रहते हैं। स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि चुनाव करीब आने पर हालात सुधरेंगे, लेकिन नगरसेवक न होने का बहाना कर जनप्रतिनिधि अपना पलड़ा झाड़ लेते हैं, वही क्षेत्र में चल रही दत्तक बस्ती चलाने वाली संस्था में भी क्षेत्र विधायक कि पार्टी के लोग हैं, इसके बावजूद क्षेत्र स्वच्छता के मामले में काफी पीछे है।