हिमांशु राज
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के वक्तव्य साल में `५२ जुमे और एक होली’ पर राजनीतिक गर्मी अब बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया यह वक्तव्य जिसकी पुनरावृत्ति संभल के सीओ अनुज चौधरी ने अपने तरीके से क्या की, नेताओं के सियासी बयानों ने अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी। पुलिस के आला अधिकारी अनुज चौधरी के बयान `होली का दिन साल में एक बार आता है, जबकि जुमा साल में ५२ बार। किसी को लगता है होली के रंग से उसका धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से न निकले’ ने कई नेताओं को सियासत के मैदान में प्रâंट फुट पर खेलने के अवसर दे दिए। मिर्जापुर से बीजेपी के विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा ने यहां तक कह दिया, `जिनको सतयुग से चले आ रहे पौराणिक उत्सव होली से से आपत्ति है उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इस्लाम १४०० साल पुराना मजहब है और हमारा सनातन धर्म आदिकाल से है और होली दीपावली हम सनातनियों के मस्तक का गौरव है। ६६ करोड़ हिंदुओं के महाकुंभ स्नान के बाद जिन सनातन धर्म के विरोधियों ने हमारे धर्म को बदनाम करने की असफल कोशिश की थी, वहीं विरोधी होली पर सक्रिय है पर हिंदु जाग गया है उनके झांसे में नहीं आने वाला।’ रत्नाकर मिश्रा के इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश में सियासी गर्मी बढ़ गई है। यूपी के राज्य मंत्री रघुराज सिंह जिन्होंने अपने हालिया बयान में कहा कि होली पर तिरपाल का हिजाब पहनकर घर से निकलें। तिरपाल का हिजाब पहनने की वजह उनकी टोपी और सफेद कपड़े रंग और गुलाल से बचे रहेंगे क्योंकि होली साल में एक बार आती है। होली खेलने वाले रंग डालते समय यह नहीं देखते कि रंग कितनी दूर तक जा रहा है। बलिया से भाजपा विधायक केतकी सिंह का विवादित बयान सामने आया है, जिन्होंने कहा कि अस्पताल में मुस्लिमों के इलाज के लिए अलग व्यवस्था हो। मुस्लिमों के लिए अस्पताल में अलग विंग बनवा दें। इनको होली, रामनवमी हर चीज से परेशानी है। हमारे साथ दिक्कत है तो अलग व्यवस्था की जाए। योगी आदित्यनाथ के अपने पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी का बचाव करते हुए एशियार्ड में जाने वाला अर्जुन सम्मान प्राप्त पहलवान क्या बोला सपा से चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने सपा को ही पहलवानों की पार्टी बता दिया। वक्तव्य दिया कि अधिकारी की यह भाषा ठीक नहीं है और संसदीय नहीं है। ऐसा कहकर सरकार को घेरने की कोशिश की। सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने संभल सीओ अनुज चौधरी को दंगा कराने वाला अधिकारी बता दिया। अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत देते हुए बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भी कहा कि होली हो या जुमे की नमाज,यह त्योहार पहले भी साथ-साथ मनाए जाते रहे हैं और आगे भी मनाए जाते रहेंगे। समाज में सौहार्द बनाए रखना नेताओं और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है, लेकिन जब लोग अनावश्यक बयान देते हैं, तो विवाद बढ़ता है। अनुज चौधरी के वक्तव्य की आड़ में बीजेपी जहां अपने हिंदुत्व कार्ड की बिसात आगामी चुनावों के लिए सजा रही है वहीं विपक्ष भी हर मुद्दे पर जमकर विरोध करता दिख रहा है। राजनीति में संख्या बल प्रधान होता है और उत्तर प्रदेश में `इंडिया’ गठबंधन के ४० सांसद का होना अपने आप में बड़ा विपक्ष है। किसी पुलिस अधिकारी के बयान पर काफी समय बाद बयानों की ऐसी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है।