मुख्यपृष्ठस्तंभपूर्वांचल पॉलिटिक्स : जन प्रतिनिधियों की तू-तू, मैं-मैं ...दिशा की बैठक हुई...

पूर्वांचल पॉलिटिक्स : जन प्रतिनिधियों की तू-तू, मैं-मैं …दिशा की बैठक हुई दिशाहीन

हिमांशु राज

जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति को दिशा कहा जाता है। मामला बीते दिनों चंदौली जिले का है, जहां दिशा की बैठक चंदौली कलेक्ट्रेट कार्यालय में चल रही थी। सांसद- विधायक-नेता सहित अधिकारी बैठक में शामिल हुए। बैठक दिशा की थी, लेकिन संवाद के प्रारंभ होते ही बैठक दिशाहीन हो गई। किसी छोटी कक्षा के छात्रों जैसा विधायक और सांसद आपस में तू-तू, मैं-मैं करते दिखे। जबरदस्त अहम के टकराव में सांसद से सांसद, विधायक से विधायक भिड़ गए। वार्ता व विमर्श का स्तर काफी छिछला हो गया। जनप्रतिनिधि एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाते रहे। मामला ऐसा तूल पकड़ा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
जिले के विकास के मुद्दे पर आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों के व्यवहार पर लोगों ने खूब चटखारे लगाते हुए खूब मजे लिए.बैठक में सकलडीहा के बाहुबली सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव, मुगलसराय के भाजपा विधायक रमेश जायसवाल, सैयदराजा के बाहुबली भाजपा विधायक सुशील सिंह, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी आदित्य लांग्हे, प्रभारी सीडीओ बीबी सिंह, विधायक वैâलाश खरवार, संतोष यादव और कई ब्लॉक प्रमुख मौजूद थे। मामला शुरू हुआ रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार द्वारा पीडब्ल्यूडी में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने से। उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, `सिर्फ चुनिंदा ठेकेदारों को ही कार्य दिया जा रहा है। इस दौरान बगल में बैठे सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह को नागवार गुजरा। उन्होंने सांसद की बात का कड़ा विरोध किया और कहा कि ऐसे निराधार आरोप लगाना गलत है। गर्माहट भरे माहौल में तीखी बहस शुरू हो गई। इस दौरान सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बीच-बचाव की कोशिश की और किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया अभी यह मामला शांत हुआ था कि सपा विधायक प्रभु नारायण यादव को निशाना बनाते हुए मुगलसराय बीजेपी के विधायक रमेश जायसवाल ने आरोप लगा दिया कि वह अपने अधिकार सीमा से बाहर जाकर मुगलसराय सड़क चौड़ीकरण को लेकर विवाद पैदा कर रहे हैं। सपा विधायक को निशाना बनाते हुए रमेश जायसवाल ने कहा कि वह बिना प्रमाण के भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। इस पर सपा विधायक ने तेवर में उन्हें बैठने को कहा, जिसे सुनकर भाजपा विधायक तिलमिला गए और उन्होंने सपा विधायक को मर्यादा में रहने की नसीहत दे डाली। काफी देर तक एक -दूसरे पर आरोप लगा विवाद करते रहे विधायक की आपसी लड़ाई में दिशा की बैठक पूर्णत: दिशाहीन हो गई। जनप्रतिनिधियों के आपसी स्वार्थ और अहम व विचारधारा की लड़ाई चंदौली विकास में रोड़ा बनी हुई है।

अन्य समाचार