– डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू बीमारियों ने बढ़ाया टेंशन
सामना संवाददाता / मुंबई
मानसून को लौटे काफी वक्त गुजर चुका है, लेकिन मुंबई समेत प्रदेश में मौसमी रोगों का रेलम-रेल जारी है। प्रदेश में डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू और जल जनित बीमारियों ने जनता के टेंशन को बढ़ा रखा है। आलम यह कि एक साल के भीतर इन रोगों की चपेट में आए कुल १६३ मरीजों की मौत हो चुकी है। फिलहाल इन बीमारियों को रोकने में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से फेल हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि मानसून के वापस लौट जाने के बाद मुंबई समेत महाराष्ट्र में मौसमी बीमारियां थमने लगती हैं, लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग दिखाई दे रही है। मौसमी बीमारियां थमने की बजाय और तेजी से पैâल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से लेकर २१ दिसंबर तक महाराष्ट्र में मलेरिया के कुल १५,६७० मरीज मिले हैं, जिसमें से १३ की मौत हुई है। इसमें सर्वाधिक ७,८०६ मामले मुंबई में मिले हैं। इसी तरह पांच मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद गढ़चिरौली में ६,५७५ मरीजों में से ३ की मौत हुई है। हालांकि, अन्य जिलों में मरीजों के मिलने और मौत के आंकड़े एक से दो के बीच में हैं। इसी तरह से डेंगू के मिले कुल १९,१६० मरीजों में से २६ की जान चली गई है। डेंगू के मामले में भी मुंबई आगे हैं। यहां इसके ५,८५१ मामले मिले, जबकि पांच मरीजों की मौत हुई है। इसी तरह रायगड़ में ३,७४ में से चार की मौत हुई है। इसी तरह अन्य जिलों में एक से दो मौतें हुई हैं। स्क्रब टाइफस के भी मिले १०८ मरीजों में से एक की मौत हुई है।