प्लेटफॉर्म शिफ्ट होने के बाद बढ़ी यात्रियों की भीड़
सामना संवाददाता / मुंबई
पश्चिम रेलवे की वजह से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। पश्चिम रेलवे द्वारा गोरेगांव और कांदिवली के बीच छठी रेलवे लाइन के निर्माण के तहत मालाड रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो को शिफ्ट किया गया है। पहले यात्री चर्चगेट से बोरीवली की ओर धीमी लोकल से उतरकर सीधे मालाड-पश्चिम की ओर निकल जाते थे, लेकिन अब लोगों को पुल पर चढ़ना पड़ता है। जिसके कारण व्यस्त समय में यहां काफी भीड़ जमा हो जाती है, जिसके कारण लोगों को एक-दूसरे को धक्का देकर नए प्लेटफॉर्म व पुल पर जाना पड़ता है। इससे भगदड़ की सभावना भी पैदा हो रही है। प्लेटफॉर्म शिफ्ट होने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे ने नहीं बढ़ाई एफओबी की संख्या
एक यात्री ने बताया कि मालाड में रहनेवाले लाखों लोग ट्रेन से काम पर जाते हैं। पश्चिम रेलवे के प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो को बदलने से समस्या खड़ी हो गई है। पहले प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी लोकल से उतरने या चढ़ने वाले लोगों को स्टेशन से बाहर जाने के लिए पुल का इस्तेमाल करना पड़ता था। अब प्लेटफॉर्म एक के भी यात्रियों को बाहर निकलने के उसी पुल पर चढ़ना पड़ता है। यात्री ने आगे बताया कि पीक ऑवर में जब ट्रेनें एक साथ प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो पर आती हैं तो प्लेटफॉर्म पर काफी भीड़भाड़ हो जाती है। नई छठी लाइन बिछाने से पहले रेलवे विभाग को एफओबी की संख्या बढ़ाने की जरूरत थी। रेलवे की खराब प्लानिंग का खामियाजा मेरे जैसे कई आम यात्रियों को भुगतना पड़ता है।
किया जा रहा है छठी रेलवे लाइन का निर्माण
बता दें कि पश्चिम रेलवे द्वारा छठी रेलवे लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जिससे लंबी दूरी की मेल ट्रेनों और एक्सप्रेस ट्रेनों को नया मार्ग मिलेगा साथ ही मुंबई उपनगरीय खंड के यात्रियों को बहुत लाभ होगा। इससे भविष्य में अतिरिक्त ट्रेन सेवाओं में वृद्धि करके मुंबईकरों को बड़ी राहत मिलेगी।