नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलकात के बाद सुर्खियों में आए मोची रामचेत कांग्रेसियों संग डीएम के जनता दरबार में जा पहुंचे, जहां उन्होंने सरकारी विकास योजनाओं का लाभ न मिल पाने की बात बताते हुए डीएम कृतिका ज्योत्सना से पीएम आवास योजना के तहत घर, गांव तक पक्की सड़क और मुफ्त अनाज के लिए राशनकार्ड आदि मांगा, जिस पर डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि मुकदमे के सिलसिले में गत माह रायबरेली सांसद राहुल गांधी सुल्तानपुर न्यायालय आए थे। लौटते वक्त रास्ते में विधायक नगर कस्बे में हाइवे के किनारे गुमटी में जूता-चप्पल मरम्मत की दुकान लगाने वाले रामचेत मोची से मिलने के लिए जा पहुंचे। वहां उन्होंने एक चप्पल भी अपने हाथों से सिली। इसके बाद रामचेत की गरीबी को देखते हुए राहुल गांधी ने जूता-चप्पल सिलाई के लिए औटोमैटिक मशीन भी उनके लिए भिजवाई, तभी से रामचेत मीडिया की सुर्खियों में हैं।
जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना से मिलने के बाद रामचैत मोची ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके पास न तो कोई आवास है और न ही सरकार की किसी योजना का लाभ मिल रहा है। यहां तक कि उनका राशन कार्ड भी निरस्त कर दिया गया है। आज वह अपनी इन्हीं सब समस्याओं के निदान के लिए अपने बेटे के साथ जिलाधिकारी से मिले। जिलाधिकारी ने एक हफ्ते में उनकी समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया है, वहीं साथ मे मौजूद कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लोग रामचैत के साथ आए हैं। यदि उनकी समस्याओं का एक हफ्ते में प्रशासन द्वारा समाधान न किया गया तो हम लोग और आगे रामचैत की लड़ाई लड़ेंगे और इनकी हर संभव मदद करने का प्रयास करेंगे।
दअरसल, बुधवार को रामचैत मोची अपने गांव से चलकर सबसे पहले शहर में लाल डिग्गी स्थित जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पहुंचे और फिर वहां से जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा और कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ जिलाधिकारी से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि रामचेत आज जनता दर्शन में आए थे। उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की गई। परीक्षण करा रहे हैं कि उनको किन-किन योजनाओं का लाभ दिया जा चुका है। यदि वह किसी योजना से लाभान्वित नहीं हुए हैं तो अतिशीघ्र कार्रवाई की जाएगी।