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कालबादेवी और जवेरी बाजार का पुनर्विकास: एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक कॉरिडोर की दिशा में कदम

सामना संवाददाता / मुंबई

मुंबई के प्रसिद्ध कालबादेवी और जवेरी बाजार का पुनर्विकास एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। इस क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री  एकनाथ शिंदे को पूर्व नगरसेवक शांतिलाल बी जैन द्वारा प्रस्तुत किया गया है। जैन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि यह परियोजना मुंबई के सबसे पुराने व्यापारिक क्षेत्रों को आधुनिक स्वरूप देने के साथ-साथ स्थानीय व्यापारियों को वैश्विक बाजार से जोड़ेगी।

यह कॉरिडोर कालबादेवी रोड से विट्ठलवाड़ी, कॉटन एक्सचेंज, शेख मेमन स्ट्रीट, सट्टागली, महाजन गली, तेल गली और विठोबा लेन तक विस्तारित होगा। जर्जर इमारतों के पुनर्निर्माण के साथ आधुनिक व्यापारिक और आवासीय स्थान विकसित किए जाएंगे। यह न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि यहां के निवासियों के जीवन स्तर में भी सुधार लाएगा।

जैन ने वित्त विशेषज्ञ भरतकुमार सोलंकी द्वारा प्रस्तावित इस परियोजना के समर्थन का स्वागत करते हुए इसे व्यापारियों की चार दशकों से लंबित मांग का समाधान बताया। इस योजना के तहत ट्रैफिक, पार्किंग और अन्य बुनियादी सुविधाओं को सुधारने का भी प्रस्ताव है, जिससे क्षेत्र में व्यापारिक और आवासीय सुविधाएं अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरेंगी।

इस योजना के तहत सट्टा गली, महाजन गली, तेलगली और विठोबा लेन जैसे पुराने क्षेत्रों को क्लस्टर डेवलपमेंट योजना के तहत पूरी तरह से एक साथ पुनर्निर्मित किया जाए, जिससे स्थानीय व्यापारियों और निवासियों को सुरक्षित और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे का लाभ मिल सके।

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