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`रील’ मंत्री का रेलवे पर कंट्रोल नहीं! … दरवाजों पर लटककर यात्रा को मजबूर हुए छठ व्रती!

दिवाली के बाद ट्रेनों का निकल गया पूरा दिवाला
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
एक सप्ताह पहले मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर हुई घटना से भी मोदी सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अभी तक कोई सीख नहीं ली है। तभी तो एक सप्ताह के भीतर ही बांद्रा जैसी तस्वीर दिल्ली में देखने को मिली, जहां यात्री छठ पर्व मनाने अपने-अपने पैतृक गांव जा रहे थे। दिवाली के बाद छठ में भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। छठ व्रती दरवाजों पर लटककर यात्रा करने को मजबूर हैं। क्योंकि उनके पास अपने-अपने गांव जाने के सस्ते साधन के तौर पर सिर्फ ट्रेन सेवा ही है और देश के `रील’ मंत्री का रेलवे पर कोई कंट्रोल नहीं है।
बांद्रा टर्मिनस की घटना अभी ताजा ही थी कि दिल्ली से पुरी जाने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर भी भीड़ का ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला। बता दें कि आज से शुरू हो रहे छठ महापर्व के लिए लोग अपने-अपने गांव जा रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों में काफी भीड़ उमड़ पड़ी है। छठ पूजा के दौरान घर जाने वाले रेल यात्रियों की सुविधा के लिए दिल्ली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी की टीमें तैयार हैं। सुरक्षा बल वाले लगातार ट्रेन में भीड़ के साथ-साथ प्लेटफॉर्म पर मौजूद भीड़ को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद ट्रेन में सफर कर रहे लोगों को भीड़ की वजह से काफी असुविधा हुई।

 

 

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