विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
सन् १८५७ की पहली जंग-ए-आज़ादी की नायिका रहीं वीरांगना ऊदा देवी को कांग्रेसियों ने शनिवार को पुण्यतिथि पर याद किया। जिला कांग्रेस कमेटी में ये आयोजन किया गया।
जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा, शहर अध्यक्ष शकील अंसारी व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने वीर योद्धा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। तत्पश्चात संगोष्ठी का आयोजन कर आजादी की लड़ाई में उनके द्वारा किए गए संघर्षों पर प्रकाश डाला गया। जिलाध्यक्ष राणा ने कहा कि वीरांगना ऊदा देवी पासी ने १८५७ की लड़ाई में अदम्य वीरता व साहस का परिचय दिया था। अवध के नवाब को जब अंग्रेजों ने बंदी बना लिया था, तब नवाब की पत्नी बेगम हजरत महल ने अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लड़ने के लिए महिलाओं की टोली बनाई जिसका नेतृत्व उन्हें सौंपा। ऊदा देवी ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे।उनके इस योगदान को देश कभी नहीं भूलेगा। शकील अहमद का कहना था कि वे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते के सदस्य रहीं। सिकंदराबाग पर ब्रिटिश सैनिकों ने जब चढ़ाई कर दी तब बदला लेने के लिए ऊदा देवी ने अदम वीरता से १६ नवम्बर १८५७ को ३६ अंग्रेज़ सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मौके पर वरिष्ठ नेता हरीश त्रिपाठी, जिला प्रवक्ता नफीस फारुकी, अमोल बाजपेई, उपाध्यक्ष सुब्रत सिंह सनी तेज बहादुर पाठक,जिला सचिव देवेंद्र तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष नंदलाल मौर्य,जाकिर हसन,अजय मिश्रा, विकास मिश्रा सचिव युवा कांग्रेस उत्तर प्रदेश,इमरान अहमद, ओम प्रकाश दुबे, आवेश अहमद आदि लोग मौजूद रहे।