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ईडी सरकार के नए फरमान से शिक्षकों में फैली नाराजगी! …प्रशिक्षण प्रक्रिया से परिक्षाएं प्रभावित होने की दलील संभावना

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में कल से १२वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई है। इस परीक्षा में १५ लाख से ज्यादा छात्र बैठे हैं। हालांकि, बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही ईडी २.० ने नया फरमान जारी किया है। इसमें राज्य शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा क्षमता वृद्धि प्रशिक्षण आयोजित किया गया है, जिसका प्रशिक्षण लेना शिक्षकों के लिए अनिवार्य है, इससे नाराज शिक्षकों ने परीक्षा प्रक्रिया प्रभावित होने की संभावना जताई है।
उल्लेखनीय है कि एससीईआरटी ने प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के लिए १० फरवरी से ७ मार्च तक क्षमता वृद्धि प्रशिक्षण आयोजित किया है। हालांकि, इसी अवधि में राज्यभर में १०वीं और १२वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी हैं। इस कारण शिक्षक संगठनों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का विरोध किया है। उनका कहना है कि अधिकांश शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी दी गई है। ऐसे में प्रशिक्षण के लिए जाने से परीक्षा प्रक्रिया प्रभावित होगी।
एससीईआरटी ने कहा है कि प्रशिक्षण की योजना शैक्षणिक वर्ष को ध्यान में रखकर बनाई गई है। ऐसे में जो शिक्षक परीक्षा ड्यूटी पर हैं, उनके लिए परीक्षा समाप्त होने के बाद विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा प्रशिक्षण को छोटे-छोटे चरणों में आयोजित किया जा रहा है, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।

दुविधा में हैं शिक्षक…
शिक्षकों के सामने यह दुविधा है कि वे प्रशिक्षण के लिए जाएं या परीक्षा ड्यूटी निभाएं। इसके अलावा जिन शिक्षकों को परीक्षा ड्यूटी नहीं दी गई है, उन्हें स्कूल में नियमित कक्षाएं लेनी होती हैं। यदि वे प्रशिक्षण के लिए जाते हैं तो छात्रों को छुट्टी देनी पड़ सकती है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी।

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