मुख्यपृष्ठनए समाचारयूपी में बीजेपी के हार की समीक्षा...पहले हार, फिर जूतमपैजार!

यूपी में बीजेपी के हार की समीक्षा…पहले हार, फिर जूतमपैजार!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

लोकसभा चुनाव में जिस लोकसभा सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार हारे हैं, वहां पार्टी के वरिष्ठ नेता पहुंचकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं। इस समीक्षा बैठक में जिले-जिले भाजपाईयों के आपस में बात-चीत की चर्चा कम, जूतमपैजार की चर्चा ज्यादा हो रही है। सिद्धार्थनगर और सहारनपुर, अयोध्या में बवाल हो गया। तीनों जगह भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसका वीडियो भी सामने आया है। सिद्धार्थनगर में इटवा विधानसभा की समीक्षा हो रही थी, तभी पूर्व मंत्री सतीश द्विवेदी और जिला अध्यक्ष कन्हैया पासवान की मौजूदगी में हो रही बैठक के दौरान इटवा नगर पंचायत अध्यक्ष विकास जायसवाल के ड्राइवर और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट होने लगी, क्योंकि किसी ने कहा कि चुनाव में साइकिल चलाने वाले कैसे बैठक में आ गए। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों द्वारा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने के बाद विवाद हुआ।
सहारनपुर में शुक्रवार को चल रही भाजपा की समीक्षा बैठक में हंगामा हो गया। सहारनपुर लोकसभा सीट हारने के बाद बीजेपी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला और विधायक आशीष कुमार सिंह आशू की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव हारने के जिम्मेदार योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री कुंवर बृजेश सिंह और विधायक राजीव गुंबर को बताया। दोनों के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। समीक्षा बैठक में पार्टी समर्थक एक दूसरे के आमने-सामने आ गए। कई लोगों ने तो राज्य मंत्री बृजेश सिंह पर राजपूत समाज की पंचायत में फंडिंग करने का आरोप भी लगाया है। हंगामा इतना बढ़ गया कि प्रदेश महामंत्री ने बैठक को बीच में ही रोकना पड़ा।
पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव में सहारनपुर मंडल की तीनों सीटों पर भजपा प्रत्याशियों की करारी हार हुई थी, जिसके चलते पार्टी हाईकमान ने हार को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई थी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने राजपूत समाज की महापंचायत को कराने के लिए मोटी रकम फंडिंग की थी। मंत्री के कहने पर ही बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोगों ने कस्बा नानौता में पंचायत कर चुनावी माहौल भाजपा के खिलाफ़ कर दिया था। कार्यकर्ताओं के मुताबिक, भाजपा को लोकसभा चुनाव हरवाने के लिए नगर विधायक राजीव गुंबर ने पूरी ताकत लगाई थी, जिसके चलते सहारनपुर नगर में केवल 50 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सहारनपुर के अधिकारियों ने साजिश के तहत पार्टी और आरएसएस से जुड़े कार्यकर्ताओं को लाल कार्ड दिए गए। कार्यकर्ताओं ने बताया कि नगर सीट पर 13 हजार, देवबंद से 12 हजार 500, रामपुर मनिहारान में 8 हजार वोट पिछले बार की अपेक्षा घटे हैं। देहात विधानसभा में 8 हजार और बेहट में 6 हजार वोट बढ़े हैं। आरोप लगाया कि नगर विधायक के बूथ पर ही 1028 वोट गठबंधन के प्रत्याशी को पड़े हैं। जिलाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सैनी ने बताया कि हार के कारण गुस्सा था।
अयोध्या में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह के सामने दो पक्ष भिड़ गए। दूसरे दिन हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास द्वारा प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाने पर डीएम ने बैठक में रहने से ही इनकार कर दिया। अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही के सामने जिलाधिकारी का तेवर इतना कड़ा था कि हर कोई अवाक रह गया।

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