अरुणाचल प्रदेश में फिर दिखी चीन की घुसपैठ चट्टानों पर चीनी शब्द, चीनी भोजन के चित्र स्प्रे से किए गए पेंट
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
केंद्र सरकार की विफलता के कारण चीनी सेना एक के बाद एक हिंदुस्थान की जमीन पर कब्जा करती दिखाई दे रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाक के नीचे चीन की घुसखोरी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। ड्रैगन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के कपापु क्षेत्र पर अतिक्रमण किया है। एक हफ्ते पहले अरुणाचल पर दावा करनेवाली चीनी सेना भारतीय सीमा में ६० किलोमीटर तक घुस आई थी, लेकिन इसके बावजूद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ विरोध तक करने की हिम्मत नहीं दिखाई।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश भारत और चीन के बीच सीमा साझा करता है। चीन इस सीमा के जरिए कई बार भारत की सीमा में घुसपैठ कर चुका है। देखा गया है कि चीन ने पिछले हफ्ते अंजाव जिले के कपापू इलाके में घुसपैठ की है। यह इलाका सीमा से ६० किलोमीटर अंदर है। चीनी सैनिकों ने वहां अलाव जलाए। वहां की चट्टानों पर चीनी शब्द और चीनी भोजन के चित्र स्प्रे से पेंट किए गए थे। चीनी सैनिकों ने इन चट्टानों पर अंग्रेजी अंक में २०२४ अंकित किया है। भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के बाद चीनी सेना अक्सर उस क्षेत्र को अपना क्षेत्र होने का दावा करने के लिए ऐसा करती रही है।
सबूत देखकर भी
झूठ बोल रहे मोदी के मंत्री
स्प्रे से चट्टानों पर चीनी शब्द और भोजन के चित्र पेंट करने के सबूत दिखने के बाद भी पीएम मोदी के मंत्री साफ-साफ झूठ बोल रहे हैं। भारत सरकार ने घुसपैठ को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि अनिर्धारित स्थानों पर केवल निशान बनाने का मतलब यह नहीं है कि उन क्षेत्रों में अतिक्रमण किया गया है। भारत-चीन सीमा पर अनिर्धारित क्षेत्रों में भारतीय और चीनी सैनिक गश्त के लिए कई बार एक ही जगह पर पहुंच जाते हैं, लेकिन यह ऐसी चीज नहीं है कि भारतीय क्षेत्र पर अतिक्रमण हो जाए।