मुख्यपृष्ठनए समाचारनागपुर में दंगा, विधानमंडल में घमासान ... विपक्ष की घोंटी गई आवाज

नागपुर में दंगा, विधानमंडल में घमासान … विपक्ष की घोंटी गई आवाज

सीएम ने बताया सुनियोजित पैटर्न

सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर में सोमवार की रात हुए दंगे का असर विधानमंडल के बजटीय सत्र के आखिरी सप्ताह के दूसरे दिन दिखाई दिया। इसे लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जहां जमकर हंगामा हुआ। इस बीच अपनी ताकत दिखाते हुए दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों की आवाज को घोंटने का काम सत्तारूढ़ दल ने किया। इसी के साथ औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग करते हुए सत्ता दल के सदस्यों ने जमकर घमासान मचाया। अपने भाषण में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नागपुर दंगा पुर्वनियोजित पैटर्न था।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में नागपुर दंगे पर जनता से संयम बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि इस मामले में बिना किसी भेदभाव के कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिसवालों पर हमला करनेवालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि १७ मार्च की सुबह साढ़े ग्यारह बजे नागपुर महाल परिसर में विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन किया और घास के गट्ठर का प्रतीकात्मक कब्र बनाकर जलाई। दोपहर तीन बजे गणेशपेठ पुलिस थाने में आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसके बाद शाम को अफवाह फैलाई गई कि आंदोलन में प्रतीकात्मक कब्र पर जलाया गया कपड़ा धार्मिक से जुड़ा था। इसके बाद अत्तररोड में नमाज अदा करने के बाद २००-२५० लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई और हिंसक नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण पुलिस ने वहां बल प्रयोग किया।
‘छावा’ फिल्म से लोगों की भावनाएं भड़कीं
मुख्यमंत्री ने इस समय ‘छावा’ फिल्म के कारण जनता की भावनाएं भड़काने का भी दावा किया। उन्होंने कहा कि आज महाराष्ट्र में छावा फिल्म के कारण छत्रपति संभाजी महाराज का वास्तविक इतिहास जनता के सामने आया, लेकिन उसके बाद राज्य में लोगों की भावनाएं भी एक तरह से भड़क गई हैं।
सीएम ने नितेश राणे को बुलाकर समझाया
पिछले कुछ दिनों से राज्य में खुद को हिंदुत्व का अलमबरदार बताने की कोशिश कर रहे भाजपा विधायक नितेश राणे को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुलाकर समझाया है। नितेश राणे ने मंगलवार को मुंबई में विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनके कक्ष में जाकर मुलाकात की। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने नितेश राणे को आगे के कुछ दिनों तक शांत रहने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानमंडल के दोनों सदनों में कहा कि नागपुर का दंगा एक पूर्वनियोजित षड्यंत्र लगता है। इस इलाके में रोजाना १०० से १५० दोपहिया वाहन पार्क होते थे, लेकिन वहां कल एक भी गाड़ी पार्क नहीं थी। अन्य दोपहिया और चार पहिया वाहन जला दिए गए। बड़े पैमाने पर पत्थरबाजी हुई। अस्पताल में देवी-देवताओं की तस्वीरें जला दी गर्इं। फायर ब्रिगेड की गाड़ी जला दी गई, पुलिस पर हमला किया गया।

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