बुलाकी शर्मा राजस्थान
हरेक आम अर खास नै सूचित हुवै कै अबै म्हारो जळम दिवस बारह महीनां री ठौड़ चौबीस महीनां पछै आवैला।
बारह महीनां सूं बरसगांठ मनावण री परंपरा अबै परंपरा नीं, रूढ़ी बणगी है। रूढ़ियां सूं मुगत हुयनै आगै बधणवाळो ई नवाचारी मानीज्या करै। अमरीका रा अरबपति ब्रायन जोनसन नवाचार करता थकां ओ दावो करियो है कै अबै बां रो जळम दिवस उगणीस महीना पछै आया करै। बां रो दावो है कै उमर बधण री स्पीड नै कम करण री खोज में बां आ उपलब्धि हासल करी।
बां रो ओ दावो तो म्हनै ठीक लाग्यो पण ओ ही सागी दावो जे म्हैं करतो तो नकल मानीजती। नकल में अकल रो तड़को लगायां बा मौलिक हुय जाया करै।
दूजां रा दावा खारिज कर’र नूंवा दावा करां, जणै पूछ है। म्हैं अमरीकी अरबपति रै दावै नै खारिज कर’र ओ दावो करूं कै चौबीस महीनां सूं म्हारो जळम दिवस आवै। उमर बधण री स्पीड आधी करण सारू आ म्हारी मौलिक खोज है।
म्हैं जाणूं कै चित्रगुप्तजी महाराज ई आपरा बही-खाता में म्हारो दावो दरज कर चुक्या है अर चौबीस महीनां रो अेक बरस मानता थकां म्हारी बधियोड़ी उमर री एंट्री करवायनै पृथ्वी लोक सूं जीव ले जावणियां जमदूतां नै निर्देश जारी कर दिया है। नूंवी खोज कर’र म्हैं म्हारी उमर लाम्बी कर लीनी है।
परमात्मा री मेहरबानी सूं लुगायां री उमर २५-३० पछै थिर रैया करै। बा आगै बधै ई कोनी पण परमात्मा मिनखां माथै इसी किरपा कोनी बरसाई। मिनखां री उमर तो बधणी ई है जणै बां नै उमर बधण री स्पीड कमती करणी जरूरी है। श्रीमतीजी तो २५-३० रै आंक सूं आगै बधै कोनी अर श्रीमानजी री उमर रा आंक बारह महीना दीठ बधता रैवणा है जणै जोड़ो बे-मेल लागण लागसी। श्रीमतीजी आपरै साथै घूमता-फिरता लाजां मरैला ।
आपसूं अरज है कै म्हारी मौलिक खोज सूं सीख लिरावो अर उमर री स्पीड धीमी करनै खुद री उमर बधावण रा जतन करो।