विक्रम सिंह/सुल्तानपुर।
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी का गंभीर आरोप है कि सुल्तानपुर जिले में बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी व रोहिंग्या मुसलमान अवैध रूप से रह रहे हैं। पुलिस-प्रशासन इससे बेख़बर है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। जो कि आने वाले वक्त मुसीबत का सबब बन सकती है।
वाहिनी नेता सर्वेश सिंह का कहना है कि शहर में ऐसे लोग ज्यादातर कूड़ा बीनने अथवा पहचान छिपाकर भिक्षाटन का काम कर रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से सघन जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
गौरक्षा वाहिनी प्रदेश प्रभारी सिंह ने बताया कि उन्हें एक संदिग्ध युवक कूड़ा बीनते हुए मिला।उसने अपना नाम फजल बताया।जो कि खुद को असोम का निवासी बता रहा था। यह जगह-जगह से कबाड़ इकट्ठा करता है। जबकि इसकी बोली-भाषा बंग्लादेशी प्रतीत होती है। वहीं गौरक्षकों को एक और महिला भिक्षा मांगती मिली जो कि अपना नाम अंनू बता रही थी। उसकी बोल-चाल बांग्लादेशी लग रही थी। जिला प्रशासन मामले को गंभीरता से ले अन्यथा आने वाले दिनों में बड़ी अनहोनी या घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता। इस दौरान गौरक्षा वाहिनी के जिला महामंत्री जयशंकर दूबे,कुड़वार ब्लाक प्रभारी उदय प्रकाश मिश्र,राणा प्रताप सिंह, सहदेव पाठक,मोनू श्रीवास्तव समेत गौरक्षा वाहिनी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।