मुख्यपृष्ठनए समाचारमीठी नदी की सफाई पर रु. ८४ करोड़ होंगे खर्च ...निगरानी के...

मीठी नदी की सफाई पर रु. ८४ करोड़ होंगे खर्च …निगरानी के लिए ड्रोन की होगी तैनाती


– चुनौतियां बरकरार

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई की मीठी नदी की सफाई के लिए मनपा ने ८४ करोड़ रुपए की नई परियोजना शुरू की है, जिसमें पहली बार ड्रोन के जरिए निगरानी की जाएगी। यह कदम सफाई कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए उठाया गया है। इससे पहले, सीसीटीवी वैâमरे और कचरे के वजन बिल की जांच जैसे पारंपरिक तरीकों से निगरानी की जाती थी।
हालांकि, इस परियोजना को लेकर कई चुनौतियां बनी हुई हैं। मनपा २००७ से मीठी नदी की सफाई पर १,३०० करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है, लेकिन परिणाम संतोषजनक नहीं रहे हैं। इसीलिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) इसकी गहन जांच कर रहा है। कार्यकर्ताओं और विशेषज्ञों का मानना है कि केवल ड्रोन से निगरानी करना पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि जमीनी स्तर पर कड़ी निगरानी और स्वतंत्र ऑडिट की भी जरूरत है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की मानें तो मनपा को सफाई की प्रगति सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करनी चाहिए, जिससे आम जनता भी निगरानी कर सके। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि ड्रोन एक अच्छा कदम है, लेकिन अगर वरिष्ठ अधिकारी खुद इसकी समीक्षा नहीं करेंगे तो पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं की जा सकती।
इसके अलावा, यह भी स्पष्ट नहीं है कि सफाई का काम दो साल की अवधि के बाद वैâसे जारी रहेगा। पहले भी ऐसे कई सफाई अभियान चलाए गए हैं, लेकिन कुछ समय बाद नदी फिर से कीचड़ और कचरे से भर जाती है। यदि भ्रष्टाचार पर सख्ती और जमीनी निरीक्षण नहीं बढ़ाया गया तो यह परियोजना भी पहले की तरह महज धन की बर्बादी ही साबित होगी।

अन्य समाचार