-अफवाहों का बाजार है गर्म
-कहीं दोनों मामलों में कोई संबंध तो नहीं?
सुनील ओसवाल / मुंबई
बीड जिले के मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले का मुख्य आरोपी वाल्मीक कराड फिलहाल बीड पुलिस की हिरासत में है। इसी बीच एक घटना ने लोगों के कान खड़े कर दिए हैं। बीड पुलिस के एक कर्मी अनंत इंगले ने कल अलसुबह फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कराड का बीड में काफी दबदबा है और वह सत्ताधारियों का काफी करीबी है। ऐसे में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है और लोग इस बारे में बातें कर रहे हैं कि कहीं इस पुलिसकर्मी का कराड मामले से कोई संबंध तो नहीं है? लोग इस बारे में बातें कर रहे हैं। उनका कहना है कि आखिर इस पुलिसकर्मी ने खुदकुशी क्यों की? क्या उस पर कोई दबाव था?
एसआईटी और कराड के बीच सांठगांठ का आरोप!
बीड जिले के सरपंच हत्याकांड में प्रमुख आरोपी वाल्मीक कराड फिलहाल पुलिस कस्टडी में है। वाल्मीक कराड पर बीड जिले में आतंक पैâलाने का आरोप लग रहा है। इसमें पुलिस पर वाल्मीक कराड को बचाने का भी आरोप लगाया जा रहा है। जिन पुलिस अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी में नियुक्त किया गया था, उन पर वाल्मीक कराड के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया गया था। ऐसे सबूत सामने आने के बाद इन पुलिसकर्मियों को एसआईटी से हटा दिया गया था।
बता दें कि सीआईडी और पुलिस प्रशासन के जरिए मामले की जांच चल रही है। कोर्ट की ओर से कराड को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। वह बीड पुलिस की हिरासत में है, लेकिन अब बीड पुलिस के एक कर्मचारी अनंत इंगले ने आत्महत्या कर ली है। क्या इंगले की आत्महत्या और वाल्मीक कराड के बीच कोई संबंध है? इस बारे में बीड जिले में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। यह घटना कल बुधवार की सुबह सामने आई। सुबह इस पुलिस कर्मचारी का शव पेड़ से लटका मिला। आत्महत्या करने वाला पुलिसकर्मी अनंत मारोती इंगले कलाम अंबा, थाना केज, जिला बीड का रहनेवाला था। फिलहाल पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
बीड में संगठित अपराध
सरपंच हत्याकांड के कारण बीड जिला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्ष का साफ आरोप है कि बीड जिले में राजनीतिक दलों द्वारा पुलिस के माध्यम से संगठित अपराध किया जा रहा है। इसमें बीड जिले का वाल्मीक कराड पुलिस हिरासत में है।
पुलिस जांच का इंतजार
अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है? हालांकि, जिस तरह से सरपंच हत्याकांड की पुलिस ने जांच की है, उससे इस बात पर संदेह है कि वह सही तरह से जांच कर पाएगी।
आंवले के पेड़ से लगाया फंदा
पुलिसकर्मी ने मुख्यालय की दीवार के पास आंवले के पेड़ से लटककर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की निर्मम हत्या के बाद हुए घोटाले से जहां बीड की छवि खराब हुई है, वहीं पुलिस मुख्यालय में एक पुलिसकर्मी द्वारा खुदकुशी करने से हड़कंप मच गया है कि आखिर इस शख्स ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया?