मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को साढ़ेसाती लगी है, जिसके चलते पिछले कुछ दिनों से रेल दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। कुछ असामाजिक तत्व भी रेल को उड़ाने की साजिस करने लगे हैं। उनके हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे ट्रेन को डिरेल करने की योजना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं। एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर से चलकर प्रयागराज जानेवाली कालिंदी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश रची गई। ट्रेन के रास्ते में ट्रैक पर एक सिलिंडर और पेट्रोल बम रखा गया था। हालांकि, उनके इरादे नाकाम साबित हुए अन्यथा इस घटना में सैकड़ों यात्रियों की जान जा सकती थी। कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश रचने में यूपी एटीएस को जमातियों पर शक है इसलिए एटीएस ने अपनी जांच के दायरे में जमातियों को शामिल किया है। इससे पहले १६ अगस्त को भी ऐसी ही घटना हुई थी। कानपुर-झांसी रूट पर चलने वाली साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। २० डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए। रेलवे ने कहा था कि उस मामले में भी साजिश रची गई थी और इस मामले में भी साजिश की बात हो रही है।
इसके अलावा अब इस घटना की आतंकी एंगल से भी जांच करने की तैयारी हो रही है, क्योंकि अब इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की भी एंट्री हो गई है। मिठाई के डिब्बे से उस दुकान की पहचान हो गई, जहां से डिब्बा लिया गया था। मिठाई की दुकान के आस-पास लगे वैâमरों को खंगालने के बाद ६ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इस बीच एनआईए ने कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर इस पूरे मामले की जानकारी ली है। बता दें कि एलआईयू, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और यूपी एटीएस भी इस मामले की जांच कर रही है। कानपुर से सटे बिल्हौर के माकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार है। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में जमातियों का आना-जाना लगा रहता है। इसी वजह से पुलिस ने जांच के दायरे में जमातियों को भी लिया है। कानपुर के डीसीपी वेस्ट ने बताया कि कानपुर के बिल्हौर में बड़े पैमाने पर देश भर से जमातियों का आना-काना रहता है इसलिए उनकी गतिविधियों की जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ८ सितंबर की रात करीब ८.३० बजे अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलिंडर से टकराई। यह हादसा बर्राजपुर और बिल्हौर स्टेशन के बीच हुआ। पुलिस के मुताबिक, लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी, जिसके बाद उसने ब्रेक मारी, लेकिन उसके बाद भी ट्रेन पर काबू नहीं किया जा सका और ट्रेन उस चीज से टकरा गई, जिसके बाद काफी तेज आवाज हुई। जांच की गई तो पुलिस को झाड़ियों में एलजीपी का एक जला हुआ सिलिंडर, मिठाई के डिब्बे में पेट्रोल की बोतल और बारूद के साथ ही माचिस जैसे कई घातक व ज्वलनशील पदार्थ भी मिले।