सामना संवाददाता / गोरखपुर
एसटीएफ को शक है कि मुंबई में फिल्म अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों ने जिस पिस्टल से फायरिंग की थी, उसकी सप्लाई गोरखपुर के शशांक पांडेय और मनीष कुमार यादव ने अपने एक अन्य अज्ञात साथी के साथ की थी। मनीष के गिरफ्तार होने के बाद उससे सलमान के घर फायरिंग में प्रयुक्त पिस्टल के संदर्भ में भी पूछताछ की गई। दोनों शूटरों को पकड़े जाने के बाद एजेंसियां एक-एक तार को जोड़कर तह तक जाने में जुटी हैं।
सलमान खान के मुंबई के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने १४ अप्रैल की सुबह पांच बजे फायरिंग की गई थी। दोनों शूटर बाइक पर सवार होकर आए और पांच राउंड फायरिंग की। कुछ दिन बाद पुलिस ने गुजरात से दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों शूटर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहनेवाले हैं। पुलिस ने उनको गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पिस्टल बरामद नहीं कर पाई। सलमान खान के घर फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के लेने के बाद एजेंसियां इनसे जुड़े लोगों की तफ्तीश में जुट गर्इं।
एसटीएफ ने मनीष यादव को किया गिरफ्तार
एसटीएफ को शक है कि मुंबई में फिल्म अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों ने जिस पिस्टल से फायरिंग की थी, उसकी सप्लाई गोरखपुर के शशांक पांडेय और मनीष कुमार यादव ने अपने एक अन्य अज्ञात सहयोगी के साथ की थी।
बृहस्पतिवार को मनीष के गिरफ्तार होने के बाद उससे सलमान के घर फायरिंग में प्रयुक्त पिस्टल के संदर्भ में भी पूछताछ की गई। दोनों शूटरों को पकड़े जाने के बाद एजेंसियां एक-एक तार को जोड़कर तह तक जाने में जुटी हैं।
सलमान खान के मुंबई के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने १४ अप्रैल की सुबह पांच बजे फायरिंग की गई थी। दोनों शूटर बाइक पर सवार होकर आए और पांच राउंड फायरिंग की। कुछ दिन बाद पुलिस ने गुजरात से दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया था।
दोनों शूटर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहनेवाले हैं। पुलिस ने उनको गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पिस्टल बरामद नहीं कर पाई। सलमान खान के घर फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल द्वारा लेने के बाद एजेंसियां इनसे जुड़े लोगों की तफ्तीश में जुट गर्इं।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग को असलहा सप्लाई करने वाला गोरखपुर का शशांक पांडेय भी मूलत: पश्चिमी चंपारण जिले का रहने वाला है। अंबाला एसटीएफ जांच की गहराई में गई तो शशांक से जुड़े मनीष कुमार यादव का नाम प्रकाश में आया।
एसटीएफ ने उसका लोकेशन ट्रैस किया तो वह गोरखपुर में मिला। इसके बाद अंबाला एसटीएफ की टीम गोरखपुर पहुंची। यूपी एसटीएफ की मदद से बृहस्पतिवार की शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को अंबाला एसटीएफ उसको अपने साथ लेते गई।
पूर्वांचल में भी पांव जमा चुका है
लॉरेंस बिश्नोई गैंग
सूत्रों की मानें तो लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में अपनी जड़ें जमा चुका है। इसकी एक खास वजह यह भी है कि गोरखपुर के बदमाश बिहार से असलहों की तस्करी कर सिर्फ इस गैंग को ही नहीं पहुंचा रहे हैं, बल्कि देशभर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद इस गैंग के बदमाशों को पहले पूर्वांचल या गोरखपुर में पनाह मिल रही है।
ऐसा इसलिए भी कि यहां से बदमाशों का नेपाल और बिहार भागना भी काफी आसान है। अभी कुछ महीने पहले ही गोल्डी बराड़ गैंग के तीन गुर्गों को पुलिस ने गोरखपुर में गिरफ्तार किया था। तीनों ने गोल्डी बराड़ के नाम पर चडीगढ़ में एक व्यापारी से तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने व्यापारी के घर पर फायरिंग भी की थी।
एसटीएफ गोरखपुर इकाई के निरीक्षक सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को शशांक पांडेय के साथ मिलकर असलहा सप्लाई करने वाले मनीष कुमार यादव को अंबाला पुलिस अपने साथ ले गई है। अंबाला एसटीएफ ने सलमान के घर पर हुई फायरिंग को लेकर भी मनीष से पूछताछ की है। शक है कि उसने ही गैंग को पिस्टल की सप्लाई की थी।