उमेश गुप्ता / वाराणसी
उत्तर प्रदेश की राजनीति में पोस्टर वार की एक नई घटना देखी जा रही है। समाजवादी पार्टी ने बैनर लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वार पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद सपा के लोगों ने जमकर नारेबाजी किया, जिसमें बीएचयू में छात्रा से गैंगरेप के मामले में भाजपा आईटी सेल से संबंधित आरोपियों की ओर इशारा करते हुए समाजवादी पार्टी ने तंज करते हुए लिखा था, “यहां न दिखें भाजपाई…छात्राएं हैं घबराई!” यह पोस्टर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान ‘जहां दिखें सपाई, वहां बिटिया घबराई’ पर पलटवार के रूप में देखा जा रहा है।
समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान की कड़ी निंदा की और कहा कि बाबा को इस तरह के बयान देने से पहले अपनी आंखों की जांच करा लेनी चाहिए। संदीप ने यह भी कहा कि गैंगरेप करने के बाद बीजेपी आईटी सेल के पदाधिकारियों को मध्य प्रदेश में बीजेपी का प्रचार करने के लिए भेज दिया गया था और वहां ये ‘मोदी की गारंटी’ को घर-घर बांट रहे थे।
इस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हमला बोला है। सपा नेता पूजा यादव ने कहा कि सब जानते हैं कि गैंगरेप करने वाले बीजेपी आईटी सेल के ये पदाधिकारी अपनी पार्टी में बड़ा कद रखते हैं। इनकी तस्वीरें मोदी-योगी, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी और बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ मौजूद है। ये पूरी घटना नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कथित ‘महिला सुरक्षा’ के ढोंग का पर्दाफाश करती है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राहुल गुप्ता, अजय फौजी, आशीष यादव, मोनीष खान, संदीप यादव, लालू बिना सिंह, आशीष यादव, बाबा रिजवान खान, अमन यादव, कृष यादव, आशु गुप्ता, आयुष्मान यादव, अरमान खान, देव तिवारी, अमन यादव आदि लोग उपस्थित रहे।