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मेंटल अस्पतालों के किचन में भी घोटाला! …बाजार भाव से अधिक दर पर खरीदी गई सामग्री

– विपक्ष ने उठाया सवाल
– सरकार की हुई बोलती बंद
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के मेंटल अस्पतालों में मौजूद किचन के सामानों की खरीददारी में घोटाला किए जाने का आरोप शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने लगाया है। उन्होंने लिखित सवाल में कहा है कि किचन के सामानों को बाजार भाव से अधिक कीमत पर खरीदा गया है। उनके इस सवाल का जवाब देने में सरकार की बोलती बंद हो गई।
नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने सरकार से सवाल पूछा कि राज्य के खासकर पुणे के मेंटल अस्पताल में किचन में इस्तेमाल होनेवाले सामानों की खरीदारी को लेकर निविदा जारी की गई थी। उन्होंने कहा कि मार्च २०२४ में इस खरीददारी में भारी भ्रष्टाचार किए जाने की जानकारी सामने आई है। सामानों को खरीदते समय मेंटल अस्पताल के अधीक्षक, संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने बाजार भाव से अधिक कीमत के टेंडर को मंजूरी देकर सरकारी राशि का अपव्यय किया है। किचन के सामानों की खरीदारी में सरकारी राशि के दुरुपयोग के संबंध में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने मार्च, २०२४ को या उसके आसपास मुख्यमंत्री को एक लिखित निवेदन दिया है। ऐसे में क्या इस मामले में सरकार ने मेंटल अस्पतालों में सरकारी राशि के दुरुपयोग के दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने ऐसे सवालों की बौछार करते हुए जवाब मांगा। इस पर स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने स्पष्ट किया कि मेंटल अस्पताल के किचन में इस्तेमाल किए जानेवाले सामान की खरीददारी में किसी तरह का कोई घोटाला नहीं हुआ है। इस काम का ई-टेंडर जेम पोर्टल पर प्रकाशित किया गया था। सबसे कम दर की निविदा केंद्रीय खरीद समिति के पास मंजूरी के लिए प्रस्तुत की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के पास इसकी लिखित शिकायत भी मिली थी। उन्होंने अन्य सवालों के बारे में कहा कि इसमें कोई तथ्य नहीं है।
ठाणे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) विधायक सचिन अहिर ने सवाल पूछा है कि ठाणे जिले में बिना लाइसेंस और बिना किसी डिग्री के मेडिकल प्रैक्टिस करनेवाले फर्जी डॉक्टरों की संख्या बढ़ गई है। इसके चलते जनवरी में कलवा के एक अस्पताल में २३ वर्षीय लड़के और २५ वर्षीय गर्भवती महिला की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, क्या यह सच है। यदि यह सही है तो उक्त मामलों में सरकार ने जांच कर ठाणे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है या की जा रही है।

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