– साथ में ताश के पत्ते, पीतल के बक्से, साइकिल की चेन
– नासिक के स्कूल में तलाशी, मिला शॉकिंग सामान
सामना संवाददाता / मुंबई
‘ईडी’ २.० सरकार के राज में बच्चे स्कूल में क्या पढ़ रहे हैं, यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। इस बात का पता बच्चों के स्कूली बैग से चल सकता है। हाल ही में नासिक के एक स्कूल ने जब अपने बच्चों के बैग की तलाशी ली तो हर कोई हैरान रह गया। बच्चों के बैग से जो चीजें निकलीं उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि बच्चे वहां क्राइम का पाठ पढ़ रहे थे। तलाशी में स्कूली छात्रों के बैग से कंडोम, चाकू, ड्रग्स, ताश के पत्ते, पीतल के बक्से व साइकिल की चेन निकली।
मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों के बैग में इन सामान के मिलने के बाद पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया। खुद स्कूल के टीचरों ने माथा पकड़ लिया। यह स्कूल नासिक के घोटी में है। ये स्कूली छात्र सातवीं से दसवीं कक्षा के हैं। बच्चों के बैग की चेकिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। घोटी के इस स्कूल के वाइस प्रिंसिपल ने अचानक बच्चों के बैग की तलाशी ली। उन्होंने इसका वीडियो भी बनाया। इस दौरान बच्चों के बैग से ये अवांछित सामान मिले।
मारपीट में इस्तेमाल
साइकिल की चेन का इस्तेमाल मारपीट में किया जाता है। इस घटना के बाद स्कूल में हंगामा मच गया। खुद टीचरों को यकीन नहीं हो रहा था कि बच्चों के बैग से ये सब चीजें भी मिल सकती हैं।
अपराधी प्रवृत्ति न बढ़े
मीडिया से बात करते हुए स्कूल के वाइस प्रिंसिपल ने कहा, ‘बच्चों के बैग से आपत्तिजनक चीजें एक साथ नहीं मिली हैं। अलग-अलग दिन अलग-अलग बच्चों के बैग से ये चीजें मिली हैं। बच्चों में अपराधी प्रवृत्ति न बढ़े इसलिए हम रोजाना उनके बैग चेक करते हैं।’
स्कूली बच्चों के बैग तलाशी का
अभिभावकों ने किया स्वागत!
माता-पिता के बाद बच्चों में अच्छे संस्कार शिक्षक ही डाल सकते हैं इसलिए हम इस पहल का समर्थन करते हैं
नासिक जिले के एक स्कूल में छात्रों के बैग की तलाशी के बाद हड़कंप मच गया है। ७वीं से १०वीं के छात्रों के बैग से हैरान करनेवाले सामान मिले हैं। इनमें कंडोम, ड्रग्स, साइकिल की चेन आदि का समावेश है। छात्रों के अभिभावकों ने स्कूली बैग की तलाशी का स्वागत किया है।
इस बीच शिक्षक और अभिभावक स्कूल परिसर में छात्र अनुशासन को मजबूत करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़ी कार्रवाई और कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों ने भी छात्रों के बैग की जांच की पहल का समर्थन किया है। एक अभिभावक ने कहा, ‘स्कूल के शिक्षकों और प्राचार्य की ओर से जो पहल की जा रही है, वह सही है क्योंकि यह गुमराह करने वाला दौर है।