दीपक तिवारी / विदिशा
कलेक्टर रोशन कुमार सिंह द्वारा किए जा रहे नवाचारों के तहत स्कूली छात्रों को पहली बार कलेक्टर के साथ बैठक में शामिल होने और प्रशासन की कार्यशाला में भाग लेने का मौका मिला। अधिकारियों की कार्य पद्धति को जानकर छात्रों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
सुशासन सप्ताह के तहत प्रदेशयापी प्रशासन गांव की ओर की मूल अवधारणा और उद्धेश्यों की प्राप्ति के लिए विदिशा जिले में किए गए नवाचारों की जानकारियां कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने सोमवार को गुड गवर्नेंस अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में साझा की। कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार में आयोजित उक्त कार्यशाला के लिए आमंत्रित रिटायर्ड आईएएस व विदिशा के पूर्व कलेक्टर योेगेंद्र शर्मा, पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी, वन मंडलाधिकारी विजय कुमार समेत विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौजूद रहे।
कार्यशाला में पहली बार स्कूली विद्यार्थियों को शामिल किया गया, जिससे सुशासन से युवा विद्यार्थी अवगत हो सकें और वे अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त कर सकें। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय विदिशा में कक्षा 11वीं में मैथ विषय के छात्र पुष्पराज गौर एवं बायोलाॅजी विषय की छात्रा मनू तिवारी ने सम्पूर्ण प्रक्रिया में शामिल होकर ज्ञानवर्धक जानकारियां अर्जित कीं।
कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने कार्यशाला के शुभांरभ अवसर पर सुशासन प्रशासन सप्ताह के तहत जिले में हुए नवाचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सुशासन क्या है? कैसे आ सकता है? सुशासन के तहत क्रियांवित जिले के उदाहरणों को रेखांकित किया। कलेक्टर ने दक्षता सुधार को सुशासन में एक महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए इसके लिए किए जाने वाले उपायों अंतर्गत निरीक्षण व आकस्मिक निरीक्षण, पर्यवेक्षण से कार्य प्रणाली में सुधार, गांव का भ्रमण और आवश्यकताओं का आंकलन, शिकायतों की निष्पक्ष जांच, भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टाॅलरेंस, लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर दण्डात्मक कार्यवाही, प्रशिक्षण आयोजित करना, सतत अनुवीक्षण, आम नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता एवं व्यवहार कुशलता, न्यूनतम प्रतिक्रिया, ईमानदारी इत्यादि पर प्रकाश डाला।
कलेक्टर सिंह ने सुशासन और मानव अधिकार के अलावा विदिशा जिले में गुड गवर्नेंस व नवाचारों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय में प्रति मंगलवार को 11 बजे से दोपहर एक बजे के मध्य जनसुनवाई का आयोजन होता है, जिसमें न केवल जिले के अधिकारी, बल्कि खंड स्तर के अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जोड़कर शिकायत का निराकरण किया जाता है। जनसुनवाई के माध्यम से प्राप्त आवेदनों को सीएम हेल्पलाइन तथा जन आकांक्षा पोर्टल पर दर्ज कर उनकी सतत निगरानी करते हुए निराकरण की कार्रवाई की जाती है।
जन सामान्य अपनी शिकायतों को निराकरण के लिए मध्य प्रदेश सरकार के सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर 181 डायल करके निशुल्क अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। प्रतिमाह प्राप्त शिकायतों में से 85 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण शिकायतकर्ता की संतुष्टि से किया जाता है। सभी विभागों की परफार्मेंस की ग्रेडिंग जारी होती है। विदिशा जिला लगातार सात माह से शिकायतों के निराकरण में प्रदेश में टाॅप फाइव जिलों की सूची में शामिल रहा है।