बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टीम इंडिया के लिए काफी खराब रही। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज में १-३ से हार का सामना करना प़ड़ा। कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने खराब प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों की जमकर क्लास लगाई। इसी बीच भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चोट की रिकवरी में देरी को लेकर बीसीसीआई पर सवाल उठाए हैं। वे अपनी चोट से उबर कर घरेलू क्रिकेट खेल भी रहे थे, लेकिन इसके बाद बीसीसीआई ने उनको बाहर करने का पैâसला लिया था, लेकिन शास्त्री ने इस पैâसले को गलत बताया है। शास्त्री का मानना है कि वह शमी को जरूर ऑस्ट्रेलिया लेकर जाते और वहीं उनका ध्यान रखा जाता। शास्त्री ने कहा, ‘मैं उसे टीम का हिस्सा बनाए रखता और सुनिश्चित करता कि उसका रिहैबिलिटेशन टीम के साथ हो और फिर अगर तीसरे टेस्ट मैच तक हमें लगता कि नहीं, यह खिलाड़ी बाकी सीरीज नहीं खेल सकता तो मैं उसे जाने देता, लेकिन मैं उसे टीम के साथ लाता, सर्वश्रेष्ठ फिजियो से उसकी निगरानी कराता।’