सुनील ओसवाल / मुंबई
सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने आम महिलाओं की रसोई का बजट गड़बड़ा दिया है। सब्जी मंडियों में दैनिक भोजन के लिए आवश्यक सब्जियों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है। बताया जा रहा है कि ठंड के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है और महंगाई से आम आदमी का बजट पूरी तरह चरमरा गया है। इस बीच मैथी, सेब से भी महंगी हो गई है। शेवगा (सहजन) २५०-३०० रुपए प्रति किलो, जबकि सेब १०० रुपए प्रति किलो मिल रहा है।
पिछले एक माह से लहसुन ४०० रुपए प्रति किलो बिक रहा है। अन्य सब्जियां भी औसतन ८० रुपए प्रति किलो बिक रही हैं। यह महंगाई आम लोगों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। घरेलू बजट को देखते हुए रोजाना खाना पकाने के लिए सब्जियां खरीदना भी एक चुनौती बन गई है।
विक्रेताओं का कहना है कि ठंड के कारण सब्जियों का उत्पादन कम होने से आपूर्ति कम हुई है। साथ ही परिवहन लागत में बढ़ोतरी का भी असर दिख रहा है। ईंधन वृद्धि का परिवहन लागत पर प्रभाव पड़ा है। त्योहारी अवधि के दौरान आपूर्ति और मांग पर काफी अंतर रहा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आपूर्ति सुचारु होने के बाद ही कीमतें स्थिर होंगी। सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। सरकार से सब्जियों की कीमतों को नियंत्रण में लाने की मांग हो रही है ताकि आम परिवारों के घर का बजट न गड़बड़ाने पाए।