सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा-शिंदे-दादा गुट में कई मौकों पर मतभेद उजागर होने लगे हैं। इसी प्रकार का एक मौका कल देखने का मिला। राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील के चुनाव क्षेत्र में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का कार्यक्रम शिर्डी में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार आने वाले थे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राजस्व मंत्री विखे पाटील की ओर से जोरदार तैयारियां की गई थी। लेकिन राजस्व मंत्री विखे पाटील और अजीत पवार के बीच मतभेद जगजाहिर हैं। इसके अलावा शिर्डी चुनाव क्षेत्र पर दादा गुट अपना दावा भी पेश करता है। इसलिए ऐन मौके पर अजीत पवार ने राजस्व मंत्री के कार्यक्रम में जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। इसी प्रकार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भाजपा के इस कार्यक्रम में ऐन मौके पर जाने से कन्नी काट ली। यानी कार्यक्रम को रद्द कर दिया। राजस्व मंत्री के इस कार्यक्रम में केवल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहुंचे। राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चा है कि देवेंद्र फडणवीस द्वारा एक मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा था कि लोकसभा चुनाव में शिंदे और दादा गुट के वोट नहीं मिले, जिसके कारण भाजपा को नुकसान हुआ था। बताया जाता है कि देवेंद्र फडणवीस के इस बयान शिंदे-दादा नाराज बताए जा रहे हैं। इसी लिए भाजपा के उक्त कार्यक्रम से कन्नी काट लिए थे।