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भाजपा की चाल से शिंदे-दादा चित! … दोनों गुटों की १७ सीटों पर बीजेपी ने दिया अपने लोगों को टिकट

सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति में सीटों के बंटवारे में भाजपा ने ऐसी चाल चली है कि अजीत पवार और एकनाथ शिंदे गुट चारों खाने चित हो गए हैं। भाजपा ने अपनी १५२ सीटें लेने के बाद शिंदे और दादा गुट की सीटों पर अपने १७ लोगों को टिकट देकर कुल १६९ सीटें पाने में कामयाबी हासिल कर ली है। यह संख्या बीजेपी के उम्मीदवारों और अपनी पार्टी से दो सहयोगी गुटों में गए उम्मीदवारों की है। भाजपा के १२ उम्मीदवार एकनाथ शिंदे की पार्टी में शामिल हुए और उन्हें टिकट मिला। तो अजीत पवार गुट में चार लोग शामिल हुए और उन्हें टिकट मिला। एक सीट आरपीआई कोटे से मिली। वह भी उम्मीदवार बीजेपी के कमल के निशान पर चुनाव लड़ने जा रहा है।
एकनाथ शिंदे की पार्टी में कितने बीजेपी सदस्य?
नीलेश राणे- कुडाल, संजय जाधव दानवे-कणंद, राजेंद्र गावित-पालघर, विलास तारे बोइसर, संतोष शेट्टी-भिवंडी, मुरजी पटेल-अंधेरी पूर्व,शाइना एनसी-मुंबादेवी,अमोल खताल-संगमनेर, अजीत पिंगले-धाराशिव, दिग्विजय बागल-करमाला, विठ्ठल लांघे-नेवासा, बलिराम शिरसेकर-बदलापुर। ये १२ लोग एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गए और उन्हें टिकट मिल गया। वे मूल रूप से भाजपा के उम्मीदवार हैं। जब बीजेपी की सीटों का ऐलान हुआ तो ये उम्मीदवार शिंदे गुट में चले गए और इसके बाद इन्हें वहां से टिकट मिल गया।
अजीत गुट में कौन शामिल हुआ
वे चार लोग कौन हैं जो अजीत पवार की पार्टी में शामिल हुए और उन्हें टिकट मिला? राजकुमार बडोले-अर्जुनी मोरगांव, प्रतापराव चिखलीकर-लोहा, संजयकाका पाटील-तासगांव, निशिकांत पाटील-इस्लामपुरइन! १७ वीं सीट आरपीआई कोटे की है। जिस पर अमरजीत सिंह कालीना से चुनाव लड़ रहे हैं।
मुरजी पटेल बीजेपी के पूर्व नगरसेवक थे। एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होते ही उन्हें अंधेरी ईस्ट से टिकट दिया गया है। शिंदे गुट ने मुंबादेवी से शाइना एनसी को टिकट दिया है। शाइना एनसी का मुकाबला कांग्रेस के अमीन पटेल से होगा। संतोष शेट्टी, जो भिवंडी में भाजपा नेता थे, चुनाव से पहले शिंदे गुट में शामिल हो गए और उन्हें टिकट मिला। संजना जाधव दानवे बीजेपी के पूर्व मंत्री रावसाहेब दानवे की बेटी हैं। वह एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए और उन्हें चुनाव का टिकट मिल गया। वहीं नीलेश राणे भी बीजेपी में केंद्रीय मंत्री रहे नारायण राणे के बेटे हैं। उन्होंने भी शिंदे गुट में शामिल होने को प्राथमिकता दी। जिस दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके लिए रैली की, उसी दिन उन्होंने घोषणा कर दी कि उन्हें ही टिकट दिया जाएगा। इसी तरह राजकुमार बडोले, संजय काका पाटील, निशिकांत पाटील समेत प्रताप पाटील चिखलीकर अजीत पवार गुट में चले गए और उन्हें टिकट मिल गया। इसलिए भले ही महायुति हो, लेकिन बीजेपी ने दिखा दिया है कि वह जो कहेगी, वहीं करना है।

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